तेजस्वी यादव का सवाल ‘अग्निपथ’ योजना मनरेगा जैसी पहल है या RSS का कोई ‘गुप्त एजेंडा’!

सरकार की सेना में भर्ती के लिए पेश की गई ‘अग्निपथ’ योजना (Agnipath scheme) का देश भर में विरोध जारी है. गुस्साए छात्र सरकार से इस स्कीम को वापस लिए जाने और पुरानी स्कीम को फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं.

इस स्कीम का सबसे अधिक असर बिहार में देखने को मिल रहा है. वहीं अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरु कर दिया है.

बिहार में हो रहे व्यापक विरोध प्रदर्शन

बिहार में हो रहे व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा कि योजना को लेकर युवाओं के मन में काफी शंकाएं हैं और इसे वापस लिया जाना चाहिए.

तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित करते हुए सवाल किया कि क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा जैसी योजना है या फिर इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कोई ‘गुप्त एजेंडा’ है.

नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी की चुपी पर सवाल भी उठाया. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की बात करती है, लेकिन ऐसी योजना लेकर आई है, जिसमें ‘न रैंक, न पेंशन’ है.

राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना

इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी सरकार की इस स्कीम को लेकर काफी उग्र नजर आ रहे हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि बीजेपी लगातार आठ सालों से जय जवान और जय किसान के मूल्यों का अपमान कर रही है.

मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा.

‘अग्निपथ’ योजना का देश भर में विरोध

बता दें कि‘अग्निपथ’ योजना के विरोध के बीच कुछ राज्यों में राजमार्ग और रेलवे स्टेशन में हिंसा देखी गई. तेलंगाना के सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि कुछ शहरों में ट्रेन में आग लगाए जाने और निजी एवं सार्वजनिक वाहनों में तोड़फोड़ किए जाने की घटनाएं सामने आई थीं.

सरकार ने लॉन्च की थी स्कीम

सरकार ने मंगलवार को इस योजना की शुरुआत करते हुए कहा था कि साढ़े 17 से 21 साल तक की उम्र के युवाओं को संविदा के आधार पर चार साल के कार्यकाल के लिए थल सेना, वायुसेना और नौसेना में भर्ती किया जाएगा. सरकार ने कहा था कि रक्षा जरूरतों के आधार पर 25 प्रतिशत जवानों को नियमित सेवा के लिए बरकरार रखा जाएगा.

‘अग्निपथ’ योजना को लेकर बढ़ते विरोध के मद्देनजर भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा बृहस्पतिवार को बढ़ाकर 23 साल कर दी गई थी. नयी भर्ती योजना को सरकार ने तीनों सेनाओं में युवाओं की संख्या बढ़ाने के लिए दशकों पुरानी चयन प्रक्रिया में एक बड़े बदलाव के रूप में पेश किया है.

Last Updated on June 19, 2022 8:04 am

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