आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में लगभग तीन महिनों से प्रदर्शन जारी है. लोग राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (president gotabaya rajapaksa) से पद छोड़ने की मांग कर रहे हैं. शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास की घेराबंदी कर दी और उनके आवास पर कब्जा कर लिया है.
धार्मिक उन्माद और झूठा राष्ट्रवाद भड़का कर जब आप सत्ता हासिल करते हैं तो देर सवेर यही हश्र होता है
कट्टरता ओढ़े शासकों को ग़लतफ़हमी होती है कि वो भूख,बेरोज़गारी से भटका पाएँगे
विश्व इतिहास में ये दर्जनों बार देखा गया है।
ताज़ा तस्वीरें श्रीलंका से हैं। pic.twitter.com/ZLtWON5746
— Vinod Kapri (@vinodkapri) July 9, 2022
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे फरार!
वहीं खबर है की राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपना आवास छोड़कर फरार हो गए हैं. रक्षा सूत्रों ने इस बात की पुष्टि भी की है. राष्टिपति का यह आवास श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में स्थित है. आवास पर कब्जे के बाद प्रदर्शनकारियों ने वहां जमकर तोड़फोड़ भी की है.
वहीं, बताया जा रहा है कि कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति आवास में घुसने से रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और उन पर पानी की बौछारें की तथा गोलियां भी चलाईं. लेकिन गुस्साई भीड़ आवास के भीतर प्रवेश करने में सफल रही.
प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुलाई
वहीं मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने देश की स्थिति को देखते हुए पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई है. वह यह भी अनुरोध कर रहे हैं कि अध्यक्ष संसद को बुलाएं.
राजपक्षे परिवार बदहाल के लिए जिम्मेदार!
बता दें कि इससे पहले 11 मई को श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे अपने परिवार के साथ फरार हो गए थे. गुस्साई भीड़ ने उनके आवास को घेर लिया था. लोगों का कहना है कि राजपक्षे परिवार श्रीलंका की बदहाल और आर्थिक हालत के लिए दोषी है.
बता दें कि श्रीलंका खाने, पानी दवाएं यहां तक की पैट्रोल तक की कमी से जूझ रहा है. लोगों के घरों में बिजली की आपूर्ति केवल कुछ घंटों के लिए की जा रही है. श्रीलंका के लगातार घटते विदेशी मुद्रा भंडार की वजह से वह मेडिकल से जुड़े जरूरी सामान तक नहीं आयात कर पा रहा है.
Last Updated on July 9, 2022 10:34 am