किदाम्बी श्रीकांत और 20 साल के युवा लक्ष्य सेन ने शुक्रवार को बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप (BWF World Championships) के पुरुष एकल में इतिहास रच दिया. दोनों खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए दो पदक पक्के कर लिए हैं.
वहीं युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप(BWF World Championships) टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के सबसे युवा पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं. क्वार्टरफाइनल में लक्ष्य ने चीन के जुन पेंग झाओ को 21-15, 15-21, 22-20 से हरा दिया.
लक्ष्य सेन बीडब्ल्यूएफ के सेमिफाइनल में पहुंचने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गये है. बता दें कि इससे पहले प्रकाश पादुकोण ने साल 1983 में तो बी साई प्रणीत ने साल 2019 पहले भी यह कारनामा कर चुके हैं
अपनी शानदार जीत पर बोलते हुए लक्ष्य सेन ने कहा सेन, ‘मैच के दौरान मैं आत्मविश्वास से भरा हुआ था. लेकिन हम दोनों ने कुछ गलतियां की. 20-20 पर मैं चूक गया लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और जीत हासिल करने में सफल रहा.
किदाम्बी श्रीकांत के साथ होंने वाले अगले मुकाबले पर बोलते हुए लक्ष्य सेन ने कहा ‘मैं तीन वर्षों में श्रीकांत से नहीं खेला हूं, इसलिए यह अच्छा मैच होगा. वह भी बहुत अच्छा खेल रहे हैं और उन्होंने इस हफ्ते में अपने प्रतिद्वंद्वियों को दोहरे अंक तक पहुंचने से पहले ही हरा दिया है.’
वहीं किदाम्बी श्रीकांत ने नीदरलैंड के मार्क कालजोऊ को क्वॉर्टरफाइनल में महज 26 मिनट में 21-8, 21-7 से जीत हासिल की. अपनी जीत पर श्रीकांत ने कहा, ‘मैंने खुद से कहा कि मुझे मैच में बने रहना होगा. मैं बड़ी बढ़त नहीं गंवाना चाहता था या आसान गलतियां नहीं करना चाहता था, मुझे ध्यान लगाए रखना था.’
उन्होंने कहा, ‘इस चरण तक पहुंचकर खुश हूं. इस टूर्नामेंट में आने से पहले मैं सिर्फ शुरूआती मुकाबले के बारे में सोच रहा था. इसके बाद ही अगले अगले मुकाबले के बारे में सोचा.’
वहीं महिला एकल में भारत को निराशा हाथ लगी है. मौजूदा चैंपियन पी वी सिंधु को क्वॉर्टरफाइनल में चीन की खिलाड़ी ताइ जु यिंग से हार का सामना करना पड़ा. ताइ जू यिंग ने महज 42 मिनट में 21-17, 21-13 की बढ़त बनाकर यह मैच अपने नाम किया. बता दें कि साल 2019 में पी वी सिंधु ने ताई जू यिंग को इस मैच में हराकर यह खिताब अपने नाम किया था.
Last Updated on December 17, 2021 5:40 pm