सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर (retail inflation) बढ़कर सात प्रतिशत पर पहुंच गयी. जबकि एक महीने पहले जुलाई में यह 6.71 प्रतिशत थी.
बता दें कि इससे पहले जून में ये दर 7.01 फीसदी थी, मई, में 7.04 फीसदी तो अप्रैल में 7.79 फीसदी रही.
साग-सब्जियों में लगी है आग
साग-सब्जियों की महंगाई दर 13.23 फीसदी के दर से बढ़ी है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति लगातार आठवें महीने रिजर्व के संतोषजनक स्तर की ऊपरी सीमा से ऊंची बनी हुई है. सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत से छह प्रतिशत के बीच रखने की जिम्मेदारी दी हुई है.
महंगाई बढ़ने का प्रमुख कारण इस बार मानसूनी बारिश सामान्य नहीं होना बताया जा रहा है. जिससे अनाज और सब्जियों के दाम में तेजी है. खुदरा दर के ये आंकड़े 1,114 शहरी बाजारों 1,181 गांवों से लिये गये हैं. इसमें सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल है.
आंकड़ों के अनुसार
आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में क्रमश: 7.15 प्रतिशत और 6.72 प्रतिशत रही. मुद्रास्फीति पश्चिम बंगाल, गुजरात और तेलंगाना में आठ प्रतिशत से ऊपर रही.
वहीं आरबीआई के पूर्व कार्यकारी निदेशक और मौद्रिक नीति समिति के सदस्य मृदुल सागर ने कहा कि मुद्रास्फीति लगातार संतोषजनक स्तर से ऊंची बनी हुई है. लेकिन अक्टूबर से इसके नीचे आने की उम्मीद है.
Last Updated on September 13, 2022 7:45 am