Lakhimpur Kheri: दो सगी बहनों की रेप के बाद हत्या फिर फंदे से लटकाया

यूपी सरकार (UP Government) के महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के दावों के बावजूद राज्य में लड़कियां सुरक्षित नहीं है. यहां के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में दो दलित सगी बहनों को घर से जबरन उठाकर पहले उनके साथ रेप (two minor Dalit sisters were raped) किया गया जिसके बाद हत्या कर दी गई है. यहीं नहीं दोनों बहनों की हत्या कर उनके शव को पेड़ से लटका दिया गया.

गुस्से में ग्रामीण

आरोप है की पड़ोस के गांव में रहने वाले लड़को ने इस घटना को अंजाम दिया है. इस घटना के बाद इलाक़े में गुस्से और तनाव का माहौल है. उत्तेजित ग्रामीणों ने गांव से कुछ दूर निघासन चौराहे पर प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शनकारी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे. निघासन चौराहे पर प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.

पुलिस ने 6 आरोपियों के पकड़ा

पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझा लेने का भी दावा किया है. लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “आरोपी दोनों सगी बहनों को पहले से जानता था. दोनों लड़कियों का अपहरण नहीं हुआ बल्कि वे दोनों स्वेच्छा से आरोपियों के साथ गई थी.

मुख्य आरोपी छोटू इन लड़कियों के घर के पास रहता था. लड़कियों को बरगलाकर खेत में ले जाया गया. मुख्य अभियुक्त ने ही दूसरे तीन लड़कों से ही इन दो लड़कियों की दोस्ती कराई थी. इन चार के अलावा दो अन्य को साक्ष्य मिटाने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है.”

एसपी ने दावा किया कि जुनैद और सोहेल नाम के युवकों का दोनों मृतक बहनों के साथ प्रेम संबंध थे. आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302, 376 और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

लड़की की मां का आरोप

पुलिस के दावों से इतर लड़कियों की मां ने आरोप लगाया की लड़कियां घर के बाहर बैठी थी और तीन लड़के जबरदस्ती उन्हें बाइक पर बैठकर ले गए. उन्होंने पड़ोस के गांव के रहने वाले दो लोगों पर शक जताया था. लखीमपुर खीरी मामले में मृतका के पिता ने कहा ‘मैं चाहता हूं कि इंसाफ होना चाहिए. उनको(आरोपियों को) फांसी होनी चाहिए.’

विपक्षी पार्टियों का सरकार पर निशाना

मामले में राजनीति भी शुरु हो गई है. विपक्ष ने जमकर सरकार को निशाना बनाया है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है.’

वहीं राहुल गांधी ने बिना किसी के नाम लिए लिखा ,बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती. हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा.’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट किया, ‘लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था. रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?’

Last Updated on September 15, 2022 9:50 am

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