उत्तराखंड में अंकिता भंडारी की हत्या (Ankita Bhandari murder case) के बाद आज उनका अंतिम संस्कार किया गया. लोगों ने अंकिता को नम आंखों से विदा किया. साथ ही आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलने की मांग की. इससे पहले अंकिता की मौत पर गुस्साए लोगों ने बद्रीनाथ हाईवे कई घंटो तक जाम रखा.
लोगों का फूटा गुस्सा
प्रदर्शनकारियो ने इस दौरान ‘अंकिता हम शर्मिंदा है तेरे, कातिल जिंदा है’ के नारे लगाए. साथ ही लोगों ने आरोपियों को फांसी की सजी दिए जाने की मांग भी की. गुस्साए लोगों को मनाने के लिए CM पुष्कर सिंह धामी ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में हत्या के मुकदमे की सुनवाई का भरोसा दिया है.
रिजॉर्ट में जॉब करती थी अंकिता
बता दें कि अंकिता पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वानंतर रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. इस रिजॉर्ट का मालिक हरिद्वार के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य हैं.
पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता पर अंकिता की हत्या का आरोप है. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
चिला नहर में अंकिता का शव
वहीं 18 सिंतबर से लापता अंकिता का शव शनिवार सुबह चिला नहर में मिला. शव मिलने के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए ऋषिकेश एम्स में 4 डॉक्टर्स की देख रेख में किया गया. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि मृतका अंकिता भंडारी के शव पर मौत से पहले के घाव के निशान पाए गए हैं. इससे संकेत मिलता है कि उसे किसी कुंद धार वाली वस्तु से मारा गया था. फिर नहर में फेंका गया था.
उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक सियासत
इस मामले पर उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमाई हुई है. आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. साथ ही प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल भी उठाए.
Last Updated on September 25, 2022 2:59 pm