उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिनों से फंसे सभी मज़दूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. मंगलवार को बचाव कर्मियों ने मलबे के अंदर 60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा किया. जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने पाइप के जरिए एक एक कर मजदूरों को बाहर निकाल लिया.
वहीं 41 श्रमिकों के इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई थी.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव | 41 श्रमिकों के इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में तैयारियां पूरी हो गई हैं। pic.twitter.com/jIRBdC9plJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
बचाव अभियान को देखते हुए सुरंग के अंदर अस्थायी चिकित्सा सुविधा का विस्तार किया गया है. फंसे हुए मजदूरों को यहां स्वास्थ्य प्रशिक्षण दिया जाएगा. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 बेड की व्यवस्था की गई है और डॉक्टरों व विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है.
#WATCH उत्तरकाशी सुरंग बचाव | बचाव अभियान को देखते हुए सुरंग के अंदर अस्थायी चिकित्सा सुविधा का विस्तार किया गया है। फंसे हुए मजदूरों को निकालने के बाद यहां स्वास्थ्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 बेड की व्यवस्था की गई है और… pic.twitter.com/EYcOCkn5EC
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इससे पहले सभी मज़दूरों के परिजनों को सुरंग के बाहर बुला लिया गया था. वहीं सीएम धामी और कैबिनेट मंत्री वीके सिंह पहले सुरंग के अंदर गए और मज़दूरों से मुलाक़ात कर उनका हाल चाल लिया. बाद में जनरल वीके सिंह और पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे सिल्क्यारा सुरंग से बाहर आए और सब कुछ ठीक होने का भरोसा दिया. बाद में रेस्क्यू टीम ने सभी मज़दूरों को एक-एक कर बाहर निकाला.
इससे पहले मलबे को हटाने के लिए ऑगर मशीन ने 48 मीटर तक ड्रिलिंग की थी. हालांकि शनिवार को मशीन सुरंग में फंस गई. जिसे बाद में काटकर बाहर निकाला गया. इसके बाद रैट माइनर्स ने मैन्युअल खुदाई शुरू की.
आपको बता दें सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे 41 मजदूर इसके अंदर फंस गए थे. इन्हें निकलने के लिए पिछले 17 दिनों से रेस्क्यू अभियान जारी था.
सिलक्यारा सुरंग उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर है. यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम ‘ऑल वेदर सड़क’ (हर मौसम में आवाजाही के लिए खुली रहने वाली सड़क) परियोजना का हिस्सा है.
ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही यह सुरंग 4.5 किलोमीटर लंबी है.
Last Updated on December 3, 2023 4:09 pm