Threatening to blow up Ram Temple: अयोध्या के राम मंदिर, सीएम योगी समेत अन्य को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं. आरोपियों के नाम ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्र बताए गए हैं. इन्हीं दोनों ने जुबैर नाम के ईमेल आईडी से भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद (एनजीओ) के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी को धमकी भरा खत भेजा था. यूपी STF ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा. सवाल उठता है कि इन दोनों ने मुस्लिम नाम से देवेंद्र तिवारी को धमकी भरा खत क्यों भेजा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों आरोपियों ने देवेंद्र तिवारी के कहने पर ऐसा किया था. उन्होंने दो मोबाइल फोन खरीदे. फिर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर धमकी भरा मेल किया.
मुस्लिम नाम की ID बनाकर राम मंदिर उड़ाने की धमकी।
लखनऊ यूपी STF को मिली बड़ी सफलता यूपी के सीएम, राम मंदिर, देवेंद्र तिवारी को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी। बम से उड़ाने की धमकी देने वाले ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्रा को किया गया गिरफ्तार।https://t.co/sjQwO5gMZG pic.twitter.com/ERerB3EVYm
— Brahmdeo Paswan (@iBrahmdeoPaswan) January 4, 2024
देवेंद्र तिवारी और आरोपियों का कनेक्शन
बंथरा निवासी भारतीय किसान नेता देवेंद्र तिवारी एक एनजीओ चलाता है. ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्र, देवेंद्र के आलमबाग स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट पैरामेडिकल साइंसेज के कार्यालय में काम करते हैं. ओमप्रकाश, इसी कॉलेज से आप्टोमेट्री में दो साल का डिप्लोमा भी कर रहा है.
@AshrafFem नाम के एक वेरिफाइड एक्स यूजर ने लिखा, ‘मुसलमानों के कंधे पर बंदूक रखकर किस तरह बड़ा से बड़ा श्रयंत्र रचा जाता है और मुस्लिम नौजवानों को झूठे आरोपों में फंसाया जाता है आप देखिये. नीचे तस्वीर में CM योगी आदित्यनाथ को फूल देता दिख रहा व्यक्ति भारतीय गौ सेवा परिषद और भारतीय किसान मंच का अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी है. बताया जा रहा की इसी ने राम मंदिर को बम से उड़ाने और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ़ धमकी का श्रयंत्र रचा था. अपने ही कर्मचारियों में से दो लोग ‘ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्रा’ को इसने अपने घिनौने काम के लिए चुना.
दोनों ने मुस्लिम नाम ‘ज़ुबैर अंसारी और आलम खान’ के नाम से फ़र्ज़ी ईमेल बनाया, फिर इनसे खुदको धमकी भरा ईमेल भिजवाया. फिर ट्विटर पर उसका स्क्रीनशॉट पोस्ट करके अपने लिए सुरक्षा की मांग करने लगा, जिसके बाद यूपी STF ने इसके दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार, देवेंद्र तिवारी ने खुद ही यह साजिश रची थी. देवेंद्र तिवारी फ़रार बताया जा रहा है. इतनी बड़ी साजिश के पीछे इसकी क्या मंशा रही होगी ये सामने नहीं आ पाया है. इसकी गिरफ्तारी के बाद ही सबकुछ साफ हो पायेगा.
Last Updated on January 4, 2024 4:27 pm