चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) क्या 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि मंगलवार को दो RJD (राष्ट्रीय जनता दल) नेता प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ गए. पार्टी छोड़ने वाले नेता में एक अब्दुल माजिद, प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर थे तो दूसरे रियाज अंसारी, प्रदेश महासचिव का जिम्मा संभाल रहे थे. नेताओं का आरोप है कि ‘राष्ट्रीय जनता दल ने अल्पसंख्यक समुदाय के साथ विश्वासघात किया है. ये लोग बिहार में डर का माहौल दिखाकर सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय का वोट हासिल करते हैं.’
सवाल उठता है कि दोनों नेता एक्टिव राजनीति छोड़कर सिर्फ जन सुराज अभियान को आगे बढ़ाने के लिए प्रशांत किशोर के साथ जुड़ेंगे? बिहार में फिलहाल RJD की सरकार है. दो-तीन महीने में लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अचानक पार्टी छोड़ने की ज़रूरत क्यों पड़ी?
एक और उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं. दिसंबर 2023 में प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू में कुछ ऐसा कहा, जिससे लगता है कि वे लोकसभा 2024 में हिस्सा लेंगे.
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बिजनेस टुडे से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “कांग्रेस इस बार मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रही है. उन लोगों ने अपने रास्ते चुन लिए हैं. लोकसभा चुनाव के बाद क्या होगा, ये हमें नहीं पता. लेकिन मैं वैचारिक रूप से किसी अन्य पार्टी की तुलना में कांग्रेस की विचारधारा के करीब हूं. मैं बस इतना ही कह सकता हूं.”
प्रशांत किशोर अपने बयान में INDIA गठबंधन का ज़िक्र कर रहे हैं. जो 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बनाया गया है. मार्च 2023 में प्रशांत किशोर ने कहा था कि जैसे दही को मथ कर मक्खन निकाला जाता है उसी प्रकार गांव, शहर, देहात, कस्बा में घूम घूम कर सही व्यक्ति को निकालना है और उनको मिलाकर जल्दी राजनीतिक दल बनेगा.
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इससे पहले उन्होंने कहा था, ‘नेताओं और दलों को सलाह देकर जीता सकता हूं तो भरोसा रखिए बिहार की जनता को भी जिता सकता हूं. जनता के बीच से कुछ लोगों को ढूंढ़कर निकालूंगा और उनके साथ अपनी पूरी शक्ति, बुद्धि और संसाधन लगाऊंगा. ताकि उनको जीत दिलाई जा सके.’
प्रशांत किशोर ने कहा कि जब कोई ईमानदार व्यक्ति जीतकर आएगा, तभी स्थिति में सुधार आएगा. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पूरी तरह से जनता पर निर्भर करेगा. अगर लोगों को लगेगा कि विकल्प की जरूरत है तो उसकी मदद हम करेंगे, जैसे कि पिछले पांच जिलों में जब हम पदयात्रा कर रहे थे तो वहां एमएलसी का चुनाव था और लोगों ने तय किया कि ये अफाक अहमद अच्छे आदमी हैं, इनकी मदद करनी चाहिए. जन सुराज ने शिक्षक निर्वाचन के चुनाव में उनकी मदद की और वो चुनाव जीत गए. आने वाले 2024 में हो रहे लोकसभा के चुनाव में लोग अगर तय करेंगे कि चुनाव लड़ना चाहिए तो उसकी मदद हम करेंगे.
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प्रशांत किशोर ने लोगों से कहा की आप सब लोग मिलकर पार्टी बनाने पर विचार कीजिए. चुनाव कैसे लड़ा जाएगा और कैसे जीता जाएगा, इसका इंतजाम मैं करूंगा. पार्टी के लिए साधन, पैसे और अन्य संसाधन की व्यवस्था की जिम्मेदारी लेने का भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि इन सारी व्यवस्था की चिंता आप अपने भाई प्रशांत किशोर पर छोड़ दीजिए.
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प्रशांत किशोर के मुताबिक आगामी चुनाव में गरीबी, सप्रति व्यक्ति आय, बेरोजगारी, सरकारी स्कूलों में पढ़ाई, सरकारी अस्पतालों में दवाई जैसे उनके मुद्दे होंगे.
Last Updated on January 17, 2024 8:42 am