‘राहुल तुम शुतुरमुर्ग हो, जीवित रहने के लिए रोज संघर्ष करते रहो’

राहुल तुम शुतुरमुर्ग हो...
राहुल तुम शुतुरमुर्ग हो...

राहुल तुम शुतुरमुर्ग हो…!!!

सही पढ़ा आपने …कांग्रेस को ज्ञान देने वाले ज्ञानी लोग राहुल गांधी को शुतरमुर्ग की उपाधि देते हैं. उनका कहना है कि राहुल गांधी रेत में मुंह घुसाकर कांग्रेस की हार को नही देख रहे है. सही कहा ज्ञानियों राहुल एक शुतुरमुर्ग हैं क्योकि वो जमीन पर रहते हैं. वो गिरगिटी गिद्धों की तरह बहती हवा के साथ उड़ नही सकते हैं. शुतुरमुर्ग रोज संघर्ष करते है कड़वी, कठोर रेत खाते. ताकि जीवित रह सके. जबकि गिद्धों में दूसरे के शिकार को खाने की अद्भुत क्षमता होती है. वो बहुत आलसी होते हैं. बस लाशों पर उनका जीवन चलता है. वो लिंचीग करने वालो से बड़े लिंचर होते हैं. वो खुद शिकार नहीं करते. बस शिकार की मौत का तमाशा देखते हैं. उसे चोंच मार-मार कर आनंद लेते हैं.

शुतुरमुर्ग बहुत खुश रहते हैं. क्योकि वो बहुत मेहनत करते हैं. गिद्ध दुःखी रहते हैं, क्योंकि वो ईर्ष्या और कुंठा से भरे होते हैं. शुतुरमुर्ग गिद्ध से ज्यादा समझदार है, पर गिद्ध धूर्त हैं. गिद्ध कभी लड़ाई नहीं जीतता है. क्योकि वो कभी लड़ता ही नहीं. शुतुरमुर्ग जमीन पर सबसे तेज दौड़ता है. रोज अथक मेहनत करता है. यह जानते हुए भी कि उसका शिकार आज न तो कल होना है.

ये भी पढ़ें- विश्वास मत हासिल करने से पहले Tejashwi ने Nitish के सामने दशरथ, राम, कैकेयी की चर्चा क्यों की?

शुतुरमुर्ग इस देश का आदिवासी, मजदूर, किसान और युवा है जो हार जीत की परवाह किये बिना लड़ता है.
शुतुरमुर्ग गांधी है, नेहरू है, अंबेडकर है. शुतुरमुर्ग भारत का हर नागरिक है और गिद्ध, साहब की सरकार और उनका पालतू मीडिया है. मैं दिल से लिखा हूं. आप दिमाग से समझना.

वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अपूर्व भारद्वाज के ट्विटर पेज (@grafidon) से…

डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए Newsmuni.in किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं है.

Last Updated on February 12, 2024 1:25 pm

Related Posts