Jhansi hospital newborns dead: उत्तर प्रदेश के झांसी में NICU में आग लगने से दस नवजात शिशुओं की मौत हो गई. घटना राजकीय महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज की है. NICU यानी कि नवजात गहन चिकित्सा इकाई. कर्मचारियों ने अधिकारियों को बताया कि आग शुक्रवार रात 10.30 से 10.45 बजे के बीच लगी थी. झांसी के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की.
आग लगने से अस्पताल में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. अधिकारियों ने बताया कि फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर भेजी गईं और दर्जनों नवजात बच्चों को बचा लिया गया.
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो देखे जा सकते हैं, जिसमें माता-पिता बिलखते नज़र आ रहे हैं. एक आदमी रोते हुए कहता है कि उसका बच्चा मर गया.
दुखद खबर, रात झाँसी के मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में लगी आग, दस 10 बच्चों की मौत, 37 बच्चों को बचाया गया, अस्पताल के सबसे सुरक्षित एनआईसीयू में बच्चे भर्ती थे @VistaarNews pic.twitter.com/eItYDU6lmU
— Brajesh Rajput (@drbrajeshrajput) November 16, 2024
वीडियो में उस वार्ड में जले हुए उपकरण भी दिखाई दे रहे हैं जहां नवजात शिशुओं को रखा गया था. कई लोगों को उन खिड़कियों से बाहर निकलते देखा जा सकता था जिनकी सीमाएं घने धुएं के कारण काली हो गई थीं.
झांसी, यूपी के मेडिकल कॉलेज में कल रात बच्चा वार्ड में आग लग गई। 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई। करीब 37 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगी। आग लगने के बावजूद फायर अलार्म सिस्टम बज ही नहीं पाए। pic.twitter.com/NAT6bUUZRj
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 16, 2024
NICU के दो खंड हैं- स्थिर स्थिति वाले शिशुओं के लिए बाहरी इकाई और गंभीर स्थिति वाले शिशुओं के लिए आंतरिक इकाई. ऐसा संदेह है कि आग आंतरिक इकाई में लगी, संभवतः शॉर्ट सर्किट के कारण.
⚠️ Disturbing Visual ⚠️
झांसी, UP का मेडिकल कॉलेज श्मशान घाट बन गया। 10 नवजात बच्चे मशीन पर रखे–रखे जिंदा जल गए। ये दर्दनाक तस्वीरें देखिए। लोग किस तरह जले हुए मासूम बच्चों को उठाकर भाग रहे हैं। https://t.co/yeT0j8jO4U pic.twitter.com/vM2KUztfI5
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 16, 2024
डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि घायल बच्चों का इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘बाहरी इकाई के लगभग सभी बच्चे सुरक्षित हैं. हालांकि आंतरिक इकाई में मौजूद 10 शिशुओं की जान चली गई. कई अन्य लोगों को बचाया गया और बचाव अभियान अभी भी जारी है.’
ये भी पढ़ें- पति ने जिंदा पत्नी का किया श्राद्ध, फोटो पोस्ट कर लिखा, ‘पूजा की आत्मा को शांति दे भगवान’….
घटना की जांच के लिए कमिश्नर और डीआइजी की दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है. बाद में यह जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मौतें “बेहद दुखद और हृदय विदारक” हैं. जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया गया है. मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को मोक्ष प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.”
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और प्रमुख स्वास्थ्य सचिव मुख्यमंत्री के निर्देश पर झांसी के लिए रवाना हो गए हैं.
झांसी से लोकसभा सांसद अनुराग शर्मा ने एक समाचार चैनल से कहा, ”मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं.” उन्होंने कहा कि वह इस समय स्टेशन से बाहर हैं. घटना के कुछ देर बाद सदर विधायक रवि शर्मा भी अस्पताल पहुंचे.
ये भी पढ़ें- पेशाब वाली चपाती खिलाकर मेड ने मालिक से किस बात का लिया बदला?
बता दें, इसी साल मई महीने में दिल्ली के विवेक विहार में एक निजी नवजात देखभाल सुविधा में आग लगने से एक दिन से 25 दिन की उम्र के छह नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी.
Last Updated on November 16, 2024 10:05 am