रूस (Russia) और पड़ोसी देश यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध को लेकर कई बाते सामने आ रही हैं. कुछ दिनों पहले कहा जाने लगा था कि रूस अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है लेकिन युद्ध का खतरा अब तक टला नहीं है. पश्चिमी देशों के नेताओं ने आगाह करते हुए कहा है कि रूस अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता है.
जानकारी के मुताबिक रूस ने तीनों तरफ सीमा के लगभग 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है और काला सागर तट के पास उसके नौसैनिकों का युद्धाभ्यास चल रहा है. इतना ही नहीं रूस ने शनिवार को पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु अभ्यास भी किया.
पूर्वी यूक्रेन में हजारों लोगों को निकाला गया
ऐसे में यह आशंका और बढ़ गई कि रूस इस अशांत क्षेत्र में हमला कर सकता है. इस आशंका की एक और वजह है. पूर्वी यूक्रेन (Eastern Ukraine) में हजारों लोगों को निकाला गया है. दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी.
रूस ने अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्र के लोगों के लिए करीब 7,00,000 पासपोर्ट जारी किये. अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने आशंका जताई है कि रूस हमला करने के बहाने तलाश रहा है.
यूक्रेन केवल कूटनीति के रास्ते पर चलेगा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया. जेलेंस्की ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ‘मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं. इसलिए, मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं.’
जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिये स्थान का चयन कर सकता है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिये यूक्रेन केवल कूटनीति के रास्ते पर चलता रहेगा.’ जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.’
रूस बातचीत करना चाहता है?
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को कहा, बड़ा सवाल यह है कि क्या रूस बातचीत करना चाहता है? मिशेल ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ‘ऐसे में जब रूस मिसाइल परीक्षण करता रहता है और सैनिकों को इकट्ठा करना जारी रखता है हम हमेशा शांति-सद्भावना की पेशकश नहीं कर सकते. एक बात निश्चित है. अगर आगे सैन्य आक्रमण होता है तो हम और बड़े प्रतिबंध लगाएंगे.’
अगले कुछ दिनों में युद्ध होने की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है. जर्मन विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने राजधानी, कीव और ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दीं, कीव में नाटो के संपर्क कार्यालय ने कहा कि यह कर्मचारियों को ब्रुसेल्स और पश्चिमी यूक्रेन शहर लविव में स्थानांतरित कर रहा है.
कभी भी हमला कर सकता है रूस
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और उसकी राजधानी कीव पर हमला करने का फैसला कर लिया है.
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि यूक्रेन सीमा के आसपास तैनात सुरक्षा बलों के अनुमानित तौर पर 40 से 50 प्रतिशत जवान सीमा के पास हमले की स्थिति में तैनात हैं.
रूस और अमेरिका के बीच बातचीत के भी प्रयास हो रहे हैं. फिलहाल, सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी यूक्रेन में है, जहां अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक लगभग आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गयी है.
Last Updated on February 20, 2022 3:29 pm