रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine conflict) के बीच जारी तनातनी के बीच दुनिया भर के देशों ने अब रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए है. रूस ने पूर्वी यूक्रेन के दो विद्रोही और अलगाववादी इलाकों डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहंस्क (Luhansk) को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के बाद से स्थिती और गंभीर हो गई है.
रूस के दो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन पर प्रतिबंध
रूस की इस कार्रवाई पर अब अमेरिका ने कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है. व्हाइट हाउस से दिए संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने रूस की निंदा की. साथ ही उसके दो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन वीईबी (VEB) और रूसी मिलिट्री बैंक (Russian military bank) पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
इसके साथ ही रूस को पश्चिमी देशों से मिलने वाली मदद पर भी रोक लगा दी गई है. अमेरिका ने रूस के पड़ोसी देशों में सैन्य तैनाती बढ़ाने की भी बात कही है.
बाइडेन ने की पुतिन की निंदा
पुतिन की निंदा करते हुए बाइडेन ने कहा “सोमवार रात जो कुछ हुआ, वो पूरी दुनिया ने देखा. यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. हम अपने सहयोगियों के साथ संपर्क में हैं. हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं”.
Today, I announced the first tranche of sanctions in response to Russia’s actions in Ukraine. And if Russia goes further with this invasion, we stand prepared to take further steps as necessary. pic.twitter.com/8t87wyMq6q
— President Biden (@POTUS) February 23, 2022
“नाटो के अलावा हमने दुनिया के कई देशों से बातचीत की है. अमेरिका और उसके सहयोगी हालात पर पैनी नजर रख रहे हैं. हम रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं. रूस के अगले कदम पर हमारी पैनी नजर है”.
“राष्ट्रपति ने आगे कहा कि इस मसले को बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है. इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं है. युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं है. अमेरिका के पास इतनी ताकत है कि वो उसे सबक सिखा सकता है”.
नॉर्ड स्ट्रीम-2 पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर रोक
युक्रेन के दो इलाकों लुहंस्क औऱ डोनेत्स्क को मान्यता देने पर सवाल उठाते हुए बाइडेन ने कहा पुतिन को अपने पड़ोसी देश के इलाके में नए देश घोषित करने का अधिकार किसने दिया? यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. साथ ही अमेरिका की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि वह नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ने देगा.
इस प्रोजेक्ट के लिए वो जर्मनी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. अगर रूस अपनी आक्रामक रणनीति को जारी रखता है तो उस पर और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे. अमेरिका एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया में अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ाएगा.
रूस के पड़ोसी देशों में सेना की तैनाती पर बोलते हुए बाइडेन ने कहा कि हमारी तरफ से रक्षात्मक तौर पर यह कदम उठाए गए हैं. रूस से लड़ने का हमारा कोई इरादा नहीं है.
हम अपने सहयोगियों को ये संदेश देना चाहते हैं कि अमेरिका नाटो की हर इंच जमीन की रक्षा करेगा और हम अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरी तरह से पालन करेंगे. पुतिन पूरे देश को हथियाने के लिए एक ऐसे संघर्ष को आगे बढ़ा रहे हैं जिसमें हजारों लोग मारे जा सकते हैं.
ब्रिटेन ने भी लगाए प्रतिबंध
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस के पांच बड़े बैंकों और देश के तीन ‘हाई नेट वर्थ वाले व्यक्तियों’ पर प्रतिबंध लगा दिया है. रोसिया, आईएस बैंक, जनरल बैंक, प्रोम्सवाज़बैंक और ब्लैक सी बैंक पर प्रतिबंध लगाया गया है. प्रधानमंत्री ने रूस पर युक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “रुस ने अंतरराष्ट्रीय कानून को तार-तार कर दिया है”.
“रूस ने मिन्स्क समझौतों का भी सम्मान नहीं किया और वर्ष 1994 में बुडापेस्ट में बनी सहमति का भी ख्याल नहीं रखा है. जिसमें यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की बात है”.
Last Updated on February 23, 2022 4:17 am