राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) में नव संवत्सर के मौके पर हुई सांप्रदायिक हिंसा (communal violence) के बाद इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. तनाव के बाद जिले में दो दिन के लिए कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया गया था. अफवाह न फैले इसके लिए प्रशासन ने सोमवार रात तक इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है.
नव संवत्सर के मौके पर भड़की हिंसा
जयपुर से 170 किलोमीटर दूर करौली में शनिवार को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में बाइक रैली का आयोजन किया गया. ये रैली जब मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी तभी कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया. जिसके बाद रैली में भगदड़ मच गई और इलाके में हिंसा फैल गई. इसमें कई दुकानें, वाहन को आग के हवाले कर दिया गया.
हिंसा और आगजनी की घटना में 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. वहीं पुलिस का कहना है कि उन्होंने 35 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए लोगों से पूछताछ जारी है. प्रशासन की ओर से 50 पुलिस अधिकारी और 600 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
कठोर कार्यवाही का आदेश
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक से घटना की जानकारी लेते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही का आदेश दिया है. सीएम ने कहा है कि राजस्थान में हमेशा से यह परंपरा रही है या हिंदू,मुस्लिम, सिख, और इसाई आपस में मिल जुल कर रहते हैं. मैं करौली की जनता से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. वहीं रविवार को मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर एख उच्चस्तरीय बैठक भी की है.
विपक्षी पार्टीयां सरकार पर हमलावर
करौली में भड़की हिंसा पर विपक्षी पार्टीयां सरकार पर हमलावर हो गई हैं. राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट किया है, “करौली में नव संवत्सर पर निकाली जा रही उत्साह रैली पर विरोधी मानसिकता के लोगों द्वारा किए गये हमले की मैं कड़ी निंदा करती हूं. शांतिप्रिय राजस्थान में नफरती मानसिकता को नहीं पनपने दिया जा सकता. प्रशासन को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”
Last Updated on April 3, 2022 2:00 pm