Joe Biden in Tokyo: ताइवान के समर्थन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन… चीन को चेताया!

दुनियाभर से दिग्गज राजनेता इन दिनों जापान (japan) पहुंच रहे हैं. ये सभी क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad Summit 2022) में भाग लेने जापान पहुंचे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden), भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister narendra modi) और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस भी टोक्यो पहुंच चुके हैं.

ताइवान के समर्थन में जो बाइडन

जापान पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ताइवान के समर्थन में बड़ा बयान दिया है. बाइडन ने कहा है कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो अमेरिका भी सैन्य हस्तक्षेप करेगा. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के साथ खड़ा है कि चीन, ताइवान में बल का उपयोग नहीं कर सकता.

साथ ही बाइडन ने कहा कि हम ताइवान में शांति और स्थिरता का समर्थन करते हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि चीन,”खतरे से खेल रहा है.” हता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश की तरह देखता है.

‘ताइवान की स्वतंत्रता का अर्थ युद्ध होगा’

यहां तक कि चीन ने ताइवान को धमकी दी है कि “ताइवान की स्वतंत्रता” का अर्थ युद्ध होगा. पिछले साल 1 जून को, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्व-शासित ताइवान के साथ पूर्ण एकीकरण का संकल्प लिया था और द्वीप के लिए औपचारिक स्वतंत्रता के किसी भी प्रयास को विफल करने की कसम खाई थी.

हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की शुरुआत

इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा क्वाड सम्मेलन के बाद अमेरिका-जापान व भारत के अलावा 11 अन्य देश एकसाथ मिलकर हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की शुरुआत करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा अमेरिका जापान व अन्य देशों के साथ मजबूती से खड़ा है.

बाइडन ने कहा कि यह समझौता हमारे करीबी दोस्तों और भागीदारों के साथ काम करने और आर्थिक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक है. उन्होंने कहा, नया हिंद-प्रशांत व्यापार समझौता आपूर्ति शृंखला, डिजिटल व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा, कर्मचारी सुरक्षा और भ्रष्टाचार निरोधी प्रयासों सहित विभिन्न मुद्दों पर अमेरिका और एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को मदद करेगा.

एशिया में शांति और स्थिरता कायम

अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी चीन को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, एशिया में शांति और स्थिरता को कायम रखा जाना चाहिए. अमेरिका के साथ संयुक्त बयान के दौरान एक सवाल, अगर चीन ताइवान पर कब्जा कर लेता है तो क्या हो सकता है? इस पर उन्होंने कहा, हम अमेरिकी सहयोग से अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहे हैं. जापान यथास्थिति को बदलने की किसी भी एकतरफा कोशिश के खिलाफ है.

Last Updated on May 23, 2022 1:24 pm

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