दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में बिजनेस टाइकून माने जाने वाले गुप्ता ब्रदर्स् को UAE में गिरफ्तार कर लिया गया है. खुद दक्षिण अफ्रीका सरकार ने इस खबर की पुष्टि की है. UAE के कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने राजेश और अतुल गुप्ता (Rajesh Gupta, Atul Gupta) को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा (Jacob Zuma government) के शासन के दौरान राजनीतिक भ्रष्टाचार और हेर फेर करने के आरोप हैं.
दोनों भाइयों को दुबई में गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी इंटरपोल द्वारा की गई है. पिछले साल जुलाई में गुप्ता बंधुओं के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था. इसके ठीक एक साल बाद यह गिरफ्तारी हुई है. फिलहाल तीसरे भाई अजय की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है.
गुप्ता बंधुओं पर क्या है आरोप
गुप्ता बंधुओं पर आरोप है कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपने संबंधों का गलत इस्तेमाल किया था. उन्होंने आर्थिक लाभ हासिल करने और शीर्ष पदों पर नियुक्तियों को प्रभावित करने के लिए ऐसा किया था. हालांकि, गुप्ता बंधुओं की ओर से हमेशा इन आरोपों का खंडन किया है.
अधिकारियों का कहना है कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका में घोटालों में नाम आने के बाद गुप्ता परिवार दुबई चला गया था. उसी साल व्यापक विरोध-प्रदर्शनों के कारण अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) ने जूमा को राष्ट्रपति पद से हटाते हुए सिरिल रामफोसा को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया था.
अफ्रीका के न्याय एवं सुधार सेवा विभाग ने की पुष्टि
दक्षिण अफ्रीका के न्याय एवं सुधार सेवा विभाग ने एक बयान जारी कर कहा, ‘न्याय एवं सुधार सेवा मंत्रालय पुष्टि करता है कि उसे यूएई के कानून प्रवर्तन अधिकारियों से सूचना मिली है कि भगोड़े राजेश और अतुल गुप्ता को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है.’
यूएई और दक्षिण अफ्रीका में विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच आगे की कार्रवाई पर चर्चा जारी है. दक्षिण अफ्रीका की सरकार यूएई के साथ सहयोग करना जारी रखेगी.
गुप्ता बंधुओं के खिलाफ रेड नोटिस
इंटरपोल ने अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा पहले से ही वांछित घोषित गुप्ता बंधुओं के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था. रेड नोटिस वैश्विक स्तर पर ऐसे व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सतर्क करने की खातिर जारी किया जाता है, जो लंबे समय से वांछित हैं.
इससे पहले, दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं होने के कारण गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी को लेकर यूएई के साथ बातचीत के परिणाम नहीं निकलने पर दक्षिण अफ्रीका ने संयुक्त राष्ट्र से आरोपियों को दक्षिण अफ्रीका वापस लाने में मदद करने की अपील की थी.
जून 2021 में संधि की पुष्टि होने के तुरंत बाद दक्षिण अफ्रीका ने गुप्ता बंधुओं के प्रत्यर्पण का अनुरोध करने की प्रक्रिया शुरू की.
दक्षिण अफ्रीका में किए कई बड़े घोटाले
कई गवाहों ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में ज़ूमा के नौ साल के कार्यकाल में हुए बड़े घोटालों और कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्तियों में गुप्ता बंधुओं की भूमिका होने की गवाही दी.
टैक्स चोरी को खत्म करने वाले संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वेन डुवेनहेज ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि देश से भागने से पहले गुप्ता बंधुओं ने लगभग 15 अरब रैंड की अवैध कमाई की थी.
सहारनपुर के रहने वाले गुप्ता बंधु
गुप्ता बंधु मूल रूप से यूपी सहारनपुर के रहने वाले है. गुप्ता परिवार ने साल 1990 के दशक की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका पहुंचकर जूते की दुकान खोली थी. उन्होंने जल्द ही आईटी, मीडिया और खनन कंपनियों को शामिल कर अपने कारोबार का विस्तार किया, जिनमें से अधिकांश या तो अब बिक चुकी हैं या फिर बंद हो गई हैं.
Last Updated on June 7, 2022 10:33 am