बेरोजगारी की समस्या विश्व के लिए सबसे बड़ी समस्या है. पूरी दुनिया में लगभग 47 करोड़ लोग या तो बेरोजगार हैं या उनके पास पर्याप्त काम नहीं है. चीन जैसे आर्थिक महाशक्ति वाले देश में लोग बेरोजगारी और नौकरी का प्रेशर झेल नहीं पा रहे हैं. वर्तमान समय में चीन में बेरोजगारी दर 21 प्रतिशत से अधिक है. जो एक रिकॉर्ड है. World of Statistics के डाटा के मुताबिक 60.7 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ साउथ अफ्रीका पहले नंबर पर है. वहीं 53.4 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ दूसरे नंबर पर नाइजीरिया है. इस बीच एक और डराने वाली ख़बर सामने आई है. आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर लगभग 40 प्रतिशत नौकरियां जाएंगी. यानी बेरोजगारी और बढ़ने वाली है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चेतावनी जारी करते हुए यह बात कही है.
IMF प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनियाभर में जॉब सिक्योरिटी के लिए खतरनाक साबित होगा. उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस (Switzerland, Davos) में वार्षिक विश्व आर्थिक मंच में जाने से पहले एक इंटरव्यू में यह बात कही. IMF प्रमुख ने कहा कि AI विकसित देशों में 60 प्रतिशत नौकरियों को प्रभावित करेगा.
और पढ़ें- देश का सबसे पिछड़ा राज्य बिहार, इकोनॉमिक खंडहर का जीता जागता नमूना
क्रिस्टलीना जॉर्जीवा ने IMF की एक नई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, ‘विकासशील देशों में AI का प्रभाव कम हो सकता है, लेकिन वैश्विक स्तर पर करीब 40 प्रतिशत नौकरियों पर AI का असर पड़ सकता है.’ उन्होंने चेताते हुए कहा कि 2024 दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल वाला साल हो सकता है. दुनिया कोरोना के वक्त लिए गए कर्ज के जाल से अभी तक नहीं निकल पाई है. वहीं इस साल 60 से ज्यादा देशों में चुनाव है. ऐसे में सरकारें लोगों को लुभाने के लिए खूब सारे पैसे खर्च करेंगी, जिससे देशों पर कर्ज और भी बढ़ेगा.
बता दें, IMF रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर की आधी नौकरियों पर AI का गलत असर पड़ेगा. जबकि आधी नौकरियों पर इसके अच्छे प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का खतरा उन देशों में सबसे ज्यादा होगा, जहां हाई स्किल्ड जॉब की डिमांड होगी.
और पढ़ें- बेरोजगारी दर कोरोनाकाल से भी ख़राब, आंकड़ों से डरने की ज़रूरत क्यों?
IMF चीफ जॉर्जीवा ने कहा है कि एक तरफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से आपकी नौकरी पूरी तरह से खत्म हो सकती है, दूसरी तरफ नौकरियां बढ़ सकती हैं. नौकरी के अवसर बढ़ेंगे तो आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ेगी. इससे इनकम, लिविंग स्टैंडर्ड भी बढ़ेगा. इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर होगा.
भारत में AI से बढ़ेगी बेरोजगारी ?
भारत में AI से बेरोजगारी बढ़ेगी या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि AI का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा. अगर AI का इस्तेमाल उन नौकरियों के लिए किया जाता है जो वर्तमान में मनुष्यों द्वारा की जाती हैं, तो इससे बेरोजगारी बढ़ सकती है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल ग्राहक सेवा, उत्पादन, और खुदरा जैसे क्षेत्रों में स्वचालन के लिए किया जा सकता है. इससे इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की नौकरियां खत्म हो सकती हैं.
हालांकि, AI से नई नौकरियों का भी सृजन हो सकता है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल नए उत्पादों और सेवाओं के विकास के लिए किया जा सकता है. इससे इन उत्पादों और सेवाओं के निर्माण और विपणन के लिए नए रोजगार पैदा हो सकते हैं. इसके अलावा, AI का इस्तेमाल ऐसी नौकरियों को करने के लिए किया जा सकता है जो वर्तमान में मनुष्यों के लिए बहुत कठिन या खतरनाक हैं.
और पढ़ें- #HitandRunLaw बस-ट्रक ड्राइवर ने किया हड़ताल… पीएम मोदी की तपस्या में कहां रही कमी?
इससे इन क्षेत्रों में नए रोजगार पैदा हो सकते हैं. उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में लेबर मार्केट पर AI का शुरुआती असर कम देखने को मिलेगा.
AI के ख़तरे
– AI का इस्तेमाल फ़ेक न्यूज़ और गलत जानकारी फैलाने के लिए किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल वास्तविक वीडियो या तस्वीरों में हेरफेर करके फ़ेक न्यूज़ वीडियो या तस्वीरें बनाने के लिए किया जा सकता है. इन फ़ेक न्यूज़ वीडियो या तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करके लोगों को गुमराह किया जा सकता है.
– AI का इस्तेमाल साइबर अपराध करने के लिए भी किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल हैकिंग हमलों, वित्तीय धोखाधड़ी, और आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए किया जा सकता है.
– AI का इस्तेमाल लोगों की गोपनीयता का उल्लंघन करने के लिए भी किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल लोगों के ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखने, उनके फोन कॉल रिकॉर्ड करने, और उनकी ईमेल को पढ़ने के लिए किया जा सकता है.
और पढ़ें- 80 के दशक के जापान की याद दिलाकर उदय कोटक कहना क्या चाहते हैं?
– AI का इस्तेमाल सामाजिक नियंत्रण के लिए भी किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, AI का इस्तेमाल लोगों की गतिविधियों पर नज़र रखने, लोगों को निगरानी में रखने, और लोगों को दबाव डालने के लिए किया जा सकता है.
– सरकारें AI का इस्तेमाल अपने नागरिकों की निगरानी करने, विरोध को दबाने, और युद्ध में इस्तेमाल करने के लिए कर सकती हैं.
– व्यवसाय AI का इस्तेमाल अपने उत्पादों को बेचने, अपने ग्राहकों की जानकारी को इकट्ठा करने, और अपने प्रतिस्पर्धियों को नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं.
– हैकर्स AI का इस्तेमाल साइबर हमलों को अंजाम देने, लोगों की गोपनीय जानकारी चुराने, और वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए कर सकते हैं.
Last Updated on January 15, 2024 1:21 pm