Delhi: नकली बिजली उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री की पोल खोलने वाले अधिकारी की पीट-पीट कर हत्या

अगर पुतुल ने मोटे पैसे लेकर बिजली कंपनी के साथ सांठ-गांठ कर ली होती तो आज बिजली कंपनी भी बंद नहीं होती और पुतुल भी नाश्ते में मखाना खा रहा होता. लेकिन तब आज यह ख़बर पढ़ रहा कोई शख़्स इस नक़ली बिजली उपकरण की भेंट चढ़ गया होता.

Man thrashed to death (PC- AI)
Man thrashed to death (PC- AI)

Man thrashed to death: भारत देश वाकई महान है. इस देश में भ्रष्टाचारियों और रेपिस्टों को माला पहनाकर सम्मान किया जाता है. मीडिया वाले उस इवेंट का डंका बजाकर प्रचार करते हैं. लेकिन कोई शख़्स ईमानदारी से काम करता है तो उसे मिलती है मौत. दुखद यह है कि ऐसी ख़बरों को एक दो अख़बारों में बस छोटी सी जगह दे दी जाती है. लोगों को पता भी नहीं चलता कि शख़्स की हत्या क्यों गई?

ऐसा ही एक मामला है पुतुल गोहेन (51) की हत्या का है. पुतुल असम के रहने वाले थे. वे दिल्ली के रोहिणी में परिवार के साथ रह रहे थे. वे कॉपीराइट उल्लंघन का सर्वेक्षण करने वाली मुंबई स्थित कंपनी के एक फील्ड जांच अधिकारी के तौर पर काम करते थे. कथित तौर पर बाहरी उत्तरी दिल्ली में उनका पहले अपहरण किया गया. फिर पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी गई. पुतुल 18 फरवरी से ही लापता थे. परिवार वालों ने पुलिस में मिसिंग रिपोर्ट छपवाई थी. सवाल उठता है कि पुतुल की निर्मम हत्या क्यों की गई?

इंडियन एक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक पुतुल ने बताया था कि समयपुर बादली की एक फैक्ट्री नकली बिजली के उपकरण बना रही है. पुतुल की रिपोर्ट का असर यह हुआ कि पुलिस की जिला जांच इकाई ने छापा मारा और जनवरी में फैक्ट्री को बंद कर दिया. माना जा रहा है कि आरोपी अमित यादव और नितिन यादव फैक्ट्री बंद होने से बहुत नाराज़ हुआ और ग़ुस्से में पहले अपहरण किया और पीट-पीट कर हत्या कर दी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी अमित यादव और नितिन यादव को गिरफ्तार कर लिया है.

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सोचिए, एक व्यक्ति जांच करता है. वह पाता है कि एक कंपनी फर्ज़ी बिजली उपकरण तैयार कर रहा है. इस फर्ज़ी बिजली उपकरण से पुतुल के जीवन पर असर नहीं पड़ता. लेकिन वे लोग जो सस्ते उपकरण के लालच में यह सामान खरीदते, उनपर या उनके परिवार पर जान की संकट भी आ सकती थी. जिसे पुतुल ने रोका. लेकिन बदले में मिली मौत. और इस मौत की चर्चा कहीं नहीं है.

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अगर पुतुल ने मोटे पैसे लेकर बिजली कंपनी के साथ सांठ-गांठ कर ली होती तो आज बिजली कंपनी भी बंद नहीं होती और पुतुल भी नाश्ते में मखाना खा रहा होता. लेकिन तब आज यह ख़बर पढ़ रहा कोई शख़्स इस नक़ली बिजली उपकरण की भेंट चढ़ गया होता.

Last Updated on February 26, 2025 10:37 am

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