Rape accused Mukesh Bora: एक विधवा महिला से नौकरी का झांसा देकर रेप (Rape) करने वाला आरोपी मुकेश बोरा फरार है. पुलिस (Uttarakhand Police) का दावा है कि वह मिल नहीं रहा है. नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा (Mukesh Bora) की गिरफ्तारी होनी है. इससे पहले गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए हाई कोर्ट (High Court) में याचिका डाली गई थी. लेकिन वह ख़ारिज़ कर दी गई. दावा है कि तब से मुकेश बोरा (Mukesh Bora) अंडरग्राउंड हो गया है.
इस पूरे मामले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. जो पुलिस के काम-काज पर सवाल खड़े करता है. जानकारी मिली है कि पुलिस मुकेश बोरा को अपने WhatsApp ग्रुप में रखे हुए है. इस बारे में विस्तार से बात करते हुए CPI (ML) नेता Indresh Maikhuri अपने एक्स हैंडल पर लिखते हैं-
‘वाह भई पुलिस जी आपके क्या कहने. जिसको ढूंढा गांव-गली-मोहल्ला, वह तो पुलिस के WhatsApp ग्रुप में मिला. नैनीताल जिले की पुलिस कह रही है कि अलाना मुकेश बोरा की मदद कर रहा है, फलाना मुकेश बोरा की मदद कर रहा है और स्वयं पुलिस मुकेश बोरा को अपने WhatsApp ग्रुप में रखे हुए है.
एक व्यक्ति जिस पर बलात्कार का आरोप है, जो पिछले 24 दिन से फरार चल रहा है, पुलिस उसके घर की कुर्की कर रही है और वह पुलिस के मंडल स्तरीय WhatsApp ग्रुप में है. गज़ब!
ऐसा आरोपी जिसे पुलिस रात-दिन ढूंढने का दावा कर रही है, वह पुलिस के मंडल स्तरीय WhatsApp ग्रुप में क्या कर रहा है? इसका जवाब नैनीताल के SSP देंगे, कुमाऊं रेंज के DIG देंगे या पुलिस महानिदेशक (DGP) देंगे?
वाह भई पुलिस जी आपके क्या कहने !
जिसको ढूंढा गांव- गली- मोहल्ला,
वो तो पुलिस के व्हाट्स ऐप ग्रुप में मिला !!
नैनीताल जिले की पुलिस कह रही है कि अलाना मुकेश बोरा की मदद कर रहा है, फलाना मुकेश बोरा की मदद कर रहा है और स्वयं पुलिस मुकेश बोरा को अपने व्हाट्स ऐप ग्रुप में रखे हुए… pic.twitter.com/lMwMkO5R5A— Indresh Maikhuri (@indreshmaikhuri) September 25, 2024
या फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Dhami) देंगे, जिनकी पार्टी के नेता रहते हुए मुकेश बोरा ने रेप को अंजाम दिया और अब आरोप का सामना करने के बजाय भगोड़ा हो गया?
धन्य है मित्र पुलिस, जो कानून के भगोड़े से भी मित्रता निभा रही है. आरोपी सत्ता पक्ष से संबंधित हो तो उससे थोड़ी मित्रता तो रखनी ही पड़ती है!’
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यह मामला इसलिए भी ज़रूरी हो जाता है क्योंकि उत्तराखंड पुलिस का दावा है कि वह दिन-रात मुकेश बोरा को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है. उनके परिवार वालों से पूछताछ कर रही है. लेकिन उसका कोई ठिकाना ही नहीं मिल पा रहा है.
क्या है मामला?
नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष रहे BJP नेता मुकेश बोरा लगभग 23 दिनों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. मुकेश बोरा के खिलाफ दुग्ध संघ में आउटसोर्सिंग से नियुक्त दैनिक वेतन भोगी महिला कर्मचारी ने बलात्कार, जान से मारने और अश्लील वीडियो बनाने के आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
01 सितंबर को आरोपी मुकेश बोरा के खिलाफ काफी दबाव के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई. इससे पहले पीड़िता के प्रार्थना पत्र की रिसीविंग देने में भी दो कोतवालियों की पुलिस, पीड़िता को इधर-उधर दौड़ाती रही. FIR दर्ज होने के अगले दिन Rape आरोपी मुकेश बोरा के समर्थन में महिलाओं का एक जुलूस कोतवाली लाया गया और उसका फेसबुक लाइव किया गया.
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इस बीच पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि मुकेश बोरा ने उसकी नाबालिग पुत्री से भी छेड़छाड़ की. FIR में पॉक्सो की धारा (POCSO Act) भी जोड़ दी गयी. लेकिन आरोपी मुकेश बोरा पुलिस की पकड़ से बाहर ही रहा. 12 सितंबर को पुलिस ने आरोपी मुकेश बोरा के दो घरों के बाहर कुर्की के लिए मुनादी करके नोटिस चस्पा कर दिया.
Last Updated on September 25, 2024 11:05 am