India’s healthcare system: फ्रांस का हेल्थकेयर सिस्टम दुनिया के सबसे बेहतरीन सिस्टम में से एक है. वहां हर नागरिक का करीब-करीब पूरा खर्च, फ्रांस सरकार उठाती है. मात्र 7 करोड़ की जनसंख्या वाले फ्रांस का हेल्थ बजट 27-30 लाख करोड़ है, और 143 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत का केंद्रीय हेल्थ बजट 1 लाख करोड़ के क़रीब है. अगर राज्य सरकारों का भी सारा आंकड़ा मिला लिया जाए तो भी कुल मिलाकर 7 लाख करोड़ है.
Grok के मुताबिक भारत का केंद्रीय स्वास्थ्य बजट वित्त वर्ष 2024-25 के लिए लगभग *₹87,657 करोड़* है. यह राशि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Department of Health and Family Welfare) के लिए आवंटित की गई है. इसके अलावा, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (Department of Health Research) के लिए ₹3,301 करोड़ अलग से दिए गए हैं. जिससे कुल केंद्रीय स्वास्थ्य बजट *₹90,958 करोड़* के आसपास हो जाता है.
हालांकि, यह केवल केंद्र सरकार का हिस्सा है. राज्य सरकारें भी अपने बजट से स्वास्थ्य पर खर्च करती हैं, जिससे देश का कुल सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यय इससे कहीं अधिक होता है, जो जीडीपी का लगभग 2.1-2.2% अनुमानित है.
भारत का हेल्थकेयर सिस्टम फ्रांस से बहुत पीछे है, खासकर संसाधनों, पहुंच, और गुणवत्ता के मामले में. इसे सुधारने के लिए भारत को सार्वजनिक स्वास्थ्य में निवेश बढ़ाने, ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं बेहतर करने, और एक मजबूत सार्वभौमिक स्वास्थ्य मॉडल अपनाने की जरूरत है.
फ्रांस का हेल्थकेयर सिस्टम दुनिया के सबसे बेहतरीन सिस्टम में से एक है।
वहाँ हर नागरिक का करीब-करीब पूरा खर्च सरकार उठाती है।
अब आप कहिएगा कि फ्रांस में यह करना आसान है क्योंकि वहाँ की जनसंख्या मात्र 7 करोड़ है, जबकि भारत की जनसंख्या 143 करोड़ है।
लेकिन यहीं पर पेंच है।
मात्र 7…— Dr Anuj Kumar (@dranuj_k) March 31, 2025
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भारत और फ्रांस के हेल्थकेयर सिस्टम की तुलना कई मापदंडों पर की जा सकती है, जैसे कि प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य व्यय, जीवन प्रत्याशा (life expectancy), शिशु मृत्यु दर, स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच, और सरकारी निवेश.
1. प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य व्यय: फ्रांस में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य पर खर्च लगभग $5,370 (लगभग 4.5 लाख रुपये) है, जबकि भारत में यह केवल $259 (लगभग 21,000 रुपये) है. यानी फ्रांस भारत से करीब 20 गुना ज्यादा खर्च करता है. इससे फ्रांस में बेहतर सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध होते हैं.
2. life expectancy: फ्रांस में औसत जीवन प्रत्याशा 82.5 साल है, जो भारत के 71.5 साल से काफी अधिक है. यह बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और जीवनशैली का परिणाम है.
3. शिशु मृत्यु दर: फ्रांस में शिशु मृत्यु दर 3.5 प्रति 1,000 जीवित जन्म है, जबकि भारत में यह 25.5 है. यह अंतर मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में भारत की कमी को दर्शाता है.
4. स्वास्थ्य बजट: फ्रांस की जनसंख्या करीब 7 करोड़ है और उसका स्वास्थ्य बजट लगभग 27-30 लाख करोड़ रुपये है. वहीं भारत की जनसंख्या 143 करोड़ है, लेकिन स्वास्थ्य बजट केवल 1 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. प्रति व्यक्ति हिसाब से भारत का निवेश बहुत कम है.
5. पहुंच और गुणवत्ता: फ्रांस में स्वास्थ्य सेवा सार्वभौमिक (universal healthcare) है, जहां हर नागरिक को उच्च गुणवत्ता वाली मुफ्त या सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं. भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में, और लोग अक्सर महंगे निजी अस्पतालों पर निर्भर रहते हैं.
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क्यों है अंतर?
– फ्रांस अपनी जीडीपी का 11-12% स्वास्थ्य पर खर्च करता है, जबकि भारत केवल 1.5-2% ही निवेश करता है.
– भारत में जनसंख्या का दबाव और संसाधनों की कमी एक बड़ी चुनौती है.
– फ्रांस में मजबूत सरकारी नीतियां और निजी-सार्वजनिक भागीदारी बेहतर काम करती है.
यही हालत शिक्षा में है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत 1.4 लाख करोड़ खर्च करता है, वहीं फ्रांस 13 लाख करोड़ खर्च करता है. सोशल वेलफेयर में भारत 3 लाख करोड़ खर्च करता है, वहीं फ्रांस करीब 12 लाख करोड़ खर्च करता है. आप कह सकते हैं कि भारत के पास सुरक्षा चुनौतियां काफी हैं. लेकिन उसमें भी ज्यादा फर्क नहीं है. भारत करीब 6.8 लाख करोड़ खर्च करता है, वहीं फ्रांस 4.5 लाख करोड़ खर्च करता है.
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जानते हैं, भारत का बड़ा पैसा कहां जाता है?
सबसे ज्यादा खर्च कर्ज़ के ब्याज चुकाने में जाता है, जो भारत सरकार ने पिछले दशकों में लिया है. यह राशि करीब 10.5 लाख करोड़ है.
Last Updated on April 1, 2025 5:52 pm