चमोली में 57 मजदूर बर्फ में दबे, हिमाचल में र्बफबारी-बरसात; क्या बिगड़ गया है पहाड़ों का मौसम?

आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य दल मौक़े पर पहुंच चुके हैं. उनके प्रयास की वजह से अब तक 16 मज़दूरों का रेस्क्यू किया गया है. जिन्हें तुरंत अस्पताल में भेजा गया है.

गढ़वाल सेक्टर में बीआरओ कैंप के पास हिमस्खलन (PC-X@AjitSinghRathi)
गढ़वाल सेक्टर में बीआरओ कैंप के पास हिमस्खलन (PC-X@AjitSinghRathi)

Avalanche hits Uttarakhand’s Chamoli: पहाड़ों का मौसम बिगड़ गया है. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के खनियारा मनूणी खड्ड में अचानक जलस्तर बढ़ने से खनन करने गए तीन टक्र और दो जेसीबी फंस गए हैं. हिमाचल प्रदेश के छोटा भंगाल में बादल फटने से सैलाब आ गया है. पर्यटन नगरी मनाली में हिमपात और बरसात ने सड़कों पर ऐसा घर बनाया है कि लोगों के लिए गले की फांस बन गई है. वहीं उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के पास ग्लेशियर टूटने से 57 मज़दूर बर्फ़ में दब गए हैं.

आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य दल मौक़े पर पहुंच चुके हैं. उनके प्रयास की वजह से अब तक 16 मज़दूरों का रेस्क्यू किया गया है. जिन्हें तुरंत अस्पताल में भेजा गया है.

The Hill News ने रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो शेयर किया है. एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए द हिल न्यूज़ ने लिखा, ‘उत्तराखंड के चमोली जिले के माना गांव के पास आए एवलांच में फंसे GREF कैंप के मजदूरों का यूं चल रहा है रेस्क्यू आपरेशन. अभी तक 15 मजदूर सुरक्षित निकाले गए हैं.

वहीं पत्रकार Ajit Singh Rathi एक्स हैंडल पर लिखते हैं, ‘ये भारतीय सेना के जवान ही है जो विपरीत परिस्थितियों में कठिनतम कार्य को अंजाम देते हैं. माणा और माणा पास के बीच ग्लेशियर टूटने के बाद से बर्फबारी जारी है, और एवलॉन्च के बाद से ये जवान रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाले हुए हैं.

The Hill News ने हिमपात और बरसात के बाद पर्यटन नगरी मनाली की तस्वीरें भी शेयर की है.

बीजेपी गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने घटना की पुष्टि करते हुए लिखा है- जनपद चमोली में माणा गांव के निकट सड़क निर्माण कार्य के दौरान हुए हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. मेरी बात जिलाधिकारी एवं ITBP के अधिकारियों से हुई है. स्थानीय प्रशासन, NDRF, SDRF और ITBP की टीम मुस्तैदी से राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है. कुछ मजदूरों को बचाया गया है और बाकी फंसे मजदूरों को बचाने का कार्य जारी है. भगवान बद्री विशाल से सभी मजदूरों की कुशलक्षेम की कामना करता हूं.

बता दें शुक्रवार को उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के पास ग्लेशियर टूटने से 57 मज़दूर बर्फ़ में दब गए थे. माणा गांव और माणा पास के बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के समीप हिमस्खलन की सूचना मिली. जिसके बाद बचाव कार्य के लिए सेना के साथ ही आईटीबीपी, एनडीआरफ़, एसडीआरफ़ की रेस्क्यू टीम को रवाना कर दिया गया है.

Last Updated on February 28, 2025 7:55 pm

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