Praful Patel Case: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा-अजित) के चर्चित नेता प्रफुल्ल पटेल को NDA में शामिल होने के आठ महीने बाद बड़ी राहत मिली है. CBI ने उनके खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले की जांच बंद कर दी है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि उनके खिलाफ इंडिया-इंडियन एयरलाइन्स विलय मामले में ‘किसी भी गड़बड़ी का कोई सबूत’ नहीं था, इसलिए सीबीआई ने मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है.
इंडिया-इंडियन एयरलाइंस विलय के समय प्रफुल्ल पटेल केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री थे. उनपर एयर इंडिया के विमान पट्टे पर लेने से जुड़े 840 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के आरोप थे. कहा यह गया था कि बिचौलिए दीपक तलवार, प्रफुल्ल पटेल के ख़ास दोस्त हैं और इसी का उन्होंने फ़ायदा उठाया. जिसे लेकर CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनसे पूछताछ की थी.
ED ने मई 2019 में सुनवाई के दौरान एक विशेष अदालत को बताया था कि बिचौलिए दीपक तलवार ने कथित तौर पर 2008-09 के दौरान मंत्री के साथ क़रीबी होने का फ़ायदा उठाया और मुनाफ़ा कमाने वाली एयर इंडिया के रूट्स को प्राइवेट एयरलाइन्स को बांटने में मदद की.
ये भी पढ़ें- Mukhtar Ansari देवता या क्रिमिनल में मीडिया ने दबा दिया ये महत्वपूर्ण सवाल?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक CBI ने 19 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (CBI) प्रशांत कुमार की अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दायर की. हालांकि कोर्ट ने जांच एजेंसी को रिपोर्ट पर विचार करने के लिए 15 अप्रैल तक का वक़्त दिया है.
बता दें, पिछले साल जून में प्रफुल्ल पटेल ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ बिहार के पटना में विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में हिस्सा लिया था.
ये भी पढ़ें- BJP सांसद का बयान- Mamata Banerjee तय करें उनके पिता कौन, नारी शक्ति का अपमान या सम्मान?
लेकिन अगले ही महीने यानी कि जुलाई, 2023 में प्रफुल्ल पटेल ने अजित पवार, छग्गन भुजबल समेत पार्टी के छह अन्य नेताओं के साथ शरद पवार का साथ छोड़ दिया था और BJP की अगुआई वाले गठबंधन NDA में शामिल हो गए थे.
NCP का अजित पवार गुट अब महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार सरकार का हिस्सा है और अजित पवार राज्य के उप-मुख्यमंत्री हैं.
VIDEO- Kejriwal ने जज के सामने रखी दलील, ED-BJP पर चुनावी चंदा को लेकर साधा निशाना
शिवसेना नेता संजय राउत ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने को लेकर कहा कि BJP को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से माफी मांगनी चाहिए. क्योंकि BJP ने प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान नागरिक उड्डयन क्षेत्र में कथित भ्रष्टाचार को लेकर हो-हल्ला मचाया था.
Last Updated on March 29, 2024 12:30 pm