तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए पांच और सैन्यकर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई है. अब इन शवों को उनके गृह नगरों में भेजा जा रहा है.
सेना के अधिकारियों ने बताया कि जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई थी उनके शवों की पहचान का काम जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को 5 जवानों के शवों की पहचान की गई है. जिन सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीरों की पिछले कुछ घंटों में पहचान की गई है, वे हैं- जूनियर वारंट ऑफिसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप, विंग कमांडर पी एस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार.
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जिन पांचों सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर की पहचान की गई है उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके गृह जिलों में भेजा जा रहा है. अन्य सैनिकों के शवों की पहचान का काम जारी है.
बता दें भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़(सीडीएस) रहे जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और जनरल रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर का शुक्रवार शाम दिल्ली के बरार स्क्वेयर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था.
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को सेना के एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार शाम को तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाया गया था. जिन शवों की पहचान नहीं हुई है, उन्हें दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल के शवगृह में रखा गया है.
Last Updated on December 13, 2021 4:39 pm