चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का असर ओडिशा में दिखने लगा है. राज्य में सुबह से ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है. इसके साथ ही आज रात तूफान दाना ओडिशा के पुरी तट और बंगाल के सागरद्वीप से टकराने के आसार है.
तट से टकराने के दौरान आस पास के इलाकों में 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. खतरे से निपटने के लिए राज्यों में बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. वहीं, तूफान ‘दाना’ का असर कई राज्यों में अभी से सामने आने लगा है.
200 से ज्यादा ट्रेनें कैंसिल
तूफान के मद्देनजर रेलवे ने 200 से ज्यादा ट्रेनें कैंसिल की गई हैं. कोलकाता हवाईअड्डा शाम 6 बजे के बाद बंद कर दिया गया है. वहीं एनडीआरएफ की 56 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तैनात किया गया है. इनमें से 21 टीम ओडिशा और 17 पश्चिम बंगाल में हैं.
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हमारा लक्ष्य शून्य जनहानि- सीएम ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि हमारा लक्ष्य शून्य जनहानि है. अब तक 3 लाख से ज़्यादा लोगों को निकाला जा चुका है. 2,300 से ज़्यादा गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि 7000 से ज़्यादा चक्रवात आश्रय स्थल तैयार हैं. पर्याप्त चिकित्सा और पशु चिकित्सा दल भी तैनात किए गए हैं.
ममता बनर्जी ने खुद संभाला मोर्चा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात दाना की निगरानी को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने में कहा कि नबान्न और संबंधित जिलों में 24X7 हेल्पलाइन सक्रिय है. सभी अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है. चक्रवात दाना शाम को राज्य के तट पर दस्तक देगा. चक्रवात की गतिविधि की निगरानी करने और आवश्यक राहत, बचाव और पुनर्वास प्रयासों की निगरानी करने के लिए रातभर नबान्न नियंत्रण कक्ष में रहेंगी.
Last Updated on October 24, 2024 6:29 pm