Electoral Bond कंपनियों के लिए ED-IT से बचने का ‘चोर दरवाजा’, इन आरोप के मायने क्या?

इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर पीएम मोदी पर बड़ा आरोप
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर पीएम मोदी पर बड़ा आरोप

इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) मामले में हर दिन चौंकाने वाले ​तथ्य सामने आ रहे हैं. इन तथ्यों से पता चलता है कि कैसे नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा देश में वसूली रैकेट चला रहे हैं. कुछ उदाहरण देखिए-

1. ED ने 10 नवंबर 2022 को दिल्ली शराब नीति केस में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी सरतचंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया.
पांच दिन बाद, 15 नवंबर को अरबिंदो फार्मा ने इलेक्टोरल बांड के रूप में 5 करोड़ रुपए दान किए.

2. आयकर विभाग ने अक्टूबर 2018 में नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड पर छापा मारा.
छह महीने बाद अप्रैल 2019 में नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड ने 30 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बांड ख़रीदकर दान किए.

3. दिसंबर, 2023 में आयकर विभाग ने रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा.
जनवरी, 2024 में कंपनी ने 1 करोड़ के 50 इलेक्टोरल बांड खरीदे और दान कर दिया. इस कंपनी का इसके आगे पीछे बॉन्ड दान करने का कोई इतिहास नहीं है.

4. शिरडी साईं इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड पर आयकर विभाग ने 20 दिसंबर 2023 को छापा मारा.
11 जनवरी 2024 को कंपनी ने 40 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बांड दान किए.

5. नवंबर 2023 में आयकर विभाग ने रेड्डीज़ लैब्स के कर्मचारी के यहां छापा मारा.

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इसके ठीक बाद कंपनी ने 31 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बांड ख़रीदे. इस कंपनी ने नवंबर 2023 से लेकर जनवरी 2024 के बीच 84 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदकर दान किए

कुल 21 ऐसी फर्म्स हैं, जिन्होंने सीबीआई, ईडी या आईटी की जांच के बाद इलेक्टोरल बांड खरीदकर दान किए.

इलेक्टोरल बॉन्ड एक महाघोटाला है जिसे नरेंद्र मोदी के कुशल निर्देशन में अंजाम दिया गया है.

Sandeep Singh के X अकाउंट (@KaunSandeep) से… लेखक राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लगातार अपने विचार लिखते रहते हैं.

2 अप्रैल 2022
Future Gaming & Hotel Services Private की 409 की संपत्ति ED ने अटैच की.
7 अप्रैल 2022
इसी कंपनी ने चंदे के लिए 100 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद कर डाले.

पत्रकार Abhinav Pandey के X अकाउंट (@Abhinav_Pan) से…

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चलिए एक बड़ी खबर सुनाता हूं. इससे मोदी जी के मंसूबों और कारनामों को आप और ‘भक्त’ भाई लोग कायदे से समझ पायेंगे. यह तस्वीर गौर से देखिये. यह तस्वीर 22 अगस्त 2022 की है. इसमें सीरम इंस्टीटयूट ऑफ़ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला मोदी जी से हाथ मिलाते दिख रहे हैं. दरअसल इस रोज मोदी जी ने आदर पूनावाला को अपने आवास पर मिलने बुलाया था और उन्हें कोविशिल्ड के टीके के निर्माण के लिए शाबासी दी थी.

न्यूज एजेंसी रायटर ने खुलासा किया है कि सीरम इंस्टीटयूट ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट के माध्यम से भाजपा को 18 अगस्त 2022 को 52.5 करोड़ रुपये बतौर चंदा ट्रांसफर किया था. मतलब चंदे की रकम देने के महज चार दिन बाद मोदी जी ने पूनावाला को अपने घर बुला लिया.

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आपको जानकारी हो कि सरकारी कंपनी भारत बायोटेक के होने के बावजूद सीरम को भारत सरकार की ओर से कोविड के टीकों का भारी भरकम ऑर्डर मिला था. जिससे उसकी कमाई में 80 फीसदी का इजाफा हुआ था. तो इसका मतलब यह हुआ कि मोदी के साथ आदर पूनावाला को यह मुलाकात 52.5 करोड़ की पड़ी.

Awesh Tiwari के X अकाउंट (@awesh29) से… लेखक राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लगातार अपने विचार लिखते रहते हैं.

डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए Newsmuni.in किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं है.

 

Last Updated on March 19, 2024 9:46 am

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