Why did Arun Goel resign as election commissioner?: लोकसभा चुनाव के ठीक पहले चुनाव आयुक्त Arun Goel ने इस्तीफा दे दिया. एक हफ्ते में चुनाव का ऐलान होना है. जिस आयुक्त का कार्यकाल 2027 तक था, उन्होंने तीन साल पहले इस्तीफा क्यों दे दिया? वह भी चुनाव के ठीक पहले? एक चुनाव आयुक्त अनूप पांडेय फरवरी में रिटायर कर चुके हैं. तीन सदस्यों वाले चुनाव आयोग में अब सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बचे हैं. क्या वे अकेले चुनाव कराएंगे?
Arun Goel नवंबर 2022 में चुनाव आयुक्त बने थे, उस समय उनकी नियुक्ति पर भी विवाद हुआ था. गोयल 31 दिसंबर 2022 को रिटायर होने वाले थे, लेकिन 18 नवंबर को अचानक इन्हें VRS मिला और अगले ही दिन चुनाव आयुक्त बन गए. इस नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा था कि एक ही दिन में VRS भी ले लिया, कानून मंत्रालय की मंजूरी भी मिल गई, फाइल प्रधानमंत्री के समक्ष पेश हो गई, राष्ट्रपति की भी मंजूरी मिल गई.
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस नियुक्ति पर सवाल उठाए और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की नई व्यवस्था बनाई थी कि चीफ जस्टिस, विपक्ष के नेता और प्रधानमन्त्री मिलकर चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करेंगे.
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कुछ ही दिन पहले आधे विपक्ष को सस्पेंड करके चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के प्रावधान को संसद में बदल दिया गया और आयुक्तों की नियुक्ति करने वाले पैनल से चीफ जस्टिस को बाहर कर दिया गया. अब इस बात की पूरी संभावना है कि सरकार चुनाव आयोग में अपने चहेतों को बैठाएगी और मनमानी करेगी.
पत्रकार Krishna Kant के एक्स अकाउंट (@kkjourno) से…
Arun Goel ने चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफ़ा दिया है. जब इतना साहस किया ही है तो उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए और कारण बताना चाहिए. क्या उन पर किसी का दबाव था? दबाव किस बात को लेकर था? विपक्ष के राज्यों को लेकर रहा होगा या तारीख़ को लेकर हुआ होगा? क्या वे किसी चीज़ की अति से परेशान थे? क्या उनका ईमान गवाही नहीं दे रहा था कि इसके आगे नहीं हो सकता? चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफ़ा हुआ है. फ़क़ीर का इस्तीफ़ा नहीं है कि झोला लेकर पहाड़ पर चल दिए.
अगर Arun Goel ख़ुद नहीं बताएगे तो लोग तरह- तरह से सवाल करेंगे. कृपया यह न बताएं कि निजी और पारिवारिक कारणों से इस्तीफ़ा दिया है.
वरिष्ठ पत्रकार Ravish Kumar के एक्स अकाउंट (@ravishndtv) से…
संविधान की रक्षा करना सुप्रीम कोर्ट की सबसे अहम ड्यूटी है. आम चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग में गहरा संकट है. चुनाव आयुक्त Arun Goel ने आज इस्तीफ़ा दे दिया. इसके पहले कि मोदी सरकार अपने चहेते अफसरों को चुनाव में बिठा दे, सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप कर पुरानी व्यवस्था लागू करानी चाहिये.
ये काम आचार संहिता लागू होने से पहले होना चाहिये.
चुनाव आयुक्त Arun Goel को उसी दिन इस्तीफ़ा देना चाहिये था, जब सुप्रीम कोर्ट ने इनकी नियुक्ति पर सवाल उठाया और चुनाव आयुक्त कैसे नियुक्त हों इसकी नई प्रक्रिया बना दी थी. जिसे मोदी सरकार ने बदल दिया. बहुत संभव है कि गोयल से इस्तीफ़ा देने को कहा गया हो.
जिस तरह चुनाव की घोषणा से चंद दिनों पहले चुनाव आयुक्त इस्तीफ़ा देते हैं और तुरंत स्वीकार भी कर लिया जाता है, सवाल खड़े कर रहा है कि सब कुछ ठीक नहीं है. किसी बहुत असमन्याय घटना की आहट है.
ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट और मीडिया एक्सपर्ट Prashant Tandon के एक्स अकाउंट (@PrashantTandy) से…
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Last Updated on March 10, 2024 4:47 am