पद्म भूषण से सम्‍मानित राहुल बजाज का 83 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से थे बीमार

बजाज समूह (Bajaj Group) के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में 83 साल की उम्र में निधन हो गया. राहुल बजाज काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा.

पद्म भूषण से सम्‍मानित राहुल बजाज (Padma Bhushan-awardee) राहुल बजाज (Rahul Bajaj) का जन्‍म 10 जून 1938 को हुआ था. उनका जन्म कोलकाता के एक मारवाड़ी उद्योगपित परिवार में हुआ था. राहुल के पिता कमलनयन बजाज और मां सवित्री समृद्ध बिजनेसमैन थे. उनके दादा जमनालाल बजाज स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने 1926 में बजाज कंपनी की शुरुआत की थी.

नेहरू परिवार से रहे करीबी संबंध

बजाज और नेहरू परिवार के संबंधो के बारे में कहा जाता है कि दोनों परिवार बेहद करीब थे. दोनों परिवारों के बीच तीन पीढ़ियों से दोसती चली आ रही है. वहीं राहुल के पिता कमलनयन और इंदिरा गांधी कुछ समय एक ही स्कूल में पढ़े भी थे.

खुद राहुल बजाज एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें राहुल नाम देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दिया था. उनके परिवार के नेहरू के साथ अच्छे तालुक्कात थे.

50 सालों तक रहे चेयरमैन

राहुल बजाज साल 1968 में बजाज समूह के सीईओ बने. उन्होंने करीब 50 सालों तक बजाज समूह के चेयरमैन का पह संभाला. पिछले साल 30 अप्रैल में बजाय ऑटो के गैर-कार्यकारी निदेशक और चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था. बजाज ऑटो भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र में जाना माना नाम रहा है.

इसकी टैगलाइन यू जस्ट कांट बीट ए बजाज रही. इसके दोपहिया वाहन का ऐड हमारा बजाज 90 के दशक में काफी सुर्खियों में रहा. जिसने लोगों के दिलो में कई सालो तक राज किया है.

पद्म भूषण से सम्मानित

साल 2001 में राहुल बजाज को उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण सम्मान भी मिल चुका है. ‘नाइट ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ नामक फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. वे 2006 से 2010 के बीच राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे.

साल 1979-80 और 1999-2000 में दो बार राहुल बजाज भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष चुने गए. वहीं भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति, प्रणब मुखर्जी ने उन्हें 2017 में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए सीआईआई राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया था.

साल 2005 में बेटे को कंपनी की कमान

साल 2005 में राहुल ने बेटे राजीव को कंपनी की कमान सौंपी. तब उन्होंने अपने बेटे को बजाज ऑटो का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया था. जिसके बाद ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कंपनी के प्रोडक्ट की मांग न सिर्फ घरेलू बाजार में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बढ़ गई. राहुल बजाज के दो बेटे राजीव बजाज और संजीव बजाज तथा बेटी सुनैना केजरीवाल हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धाजंलि

उनकी मृत्यु पर राजनीतिक जगत से लेकर कारोबारी जगत तक के लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धाजंलि दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीटर पर लिखा उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना. राहुल बजाज का योगदान अतुलनीय रहा है.

तो वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें यशस्वी उद्योजक, और समाजसेवी बताया. पद्म भूषण से सम्मानित राहुल जी से मेरे अनेक वर्षों से व्यक्तिगत संबंध रहे हैं.

Last Updated on February 12, 2022 2:25 pm

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