Parliament Security Breach: सदन के अंदर धुएं वाले कैन लेकर कैसे घुसे शख़्स?

Parliament Security Breach
Parliament Security Breach

Parliament Security Breach: संसद भवन पर आतंकवादी हमले (Parliament Attack) की 22वीं बरसी के दिन बुधवार को लोकसभा (Loksabha) के अंदर जो कुछ हुआ, वह सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े करता है. सवाल उठता है कि शख्स कई लेयर के सुरक्षा घेरे के बीच से स्मॉग बम लेकर लोकसभा के अंदर कैसे दाखिल हुआ? सदन के अंदर का एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसमें एक शख्स को मेज़ों पर कूदते देखा जा सकता है. कई सुरक्षाकर्मी और सांसद उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. बाद में वह शख्स लोकसभा के अंदर कलर स्मॉग बम फोड़ता है और फिर नारेबाजी करने लगा. बाद में दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया. वहीं संसद के बाहर नारेबाजी कर रहे दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. इस घटना के बाद दर्शक दीर्घा को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है. BBC रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में चार लोगों की गिरफ़्तारी हुई है. इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी ने चारों से पूछताछ की है. एएनआई के मुताबिक दर्शक दीर्घा से कूदने वालों के नाम सागर शर्मा और मनोरंजन हैं.

सांसदों ने सुनाई आपबीती

कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजला और बसपा के सांसद मलूक नागर ने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले शख़्स को पकड़ा था. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “वे लोग जब ऊपर से कूदे तो हम आगे बैठे थे. ज़ीरो आवर का लास्ट टाइम था. थोड़ा हल्ला गुल्ला हुआ तो हमने ध्यान दिया. एक आदमी पहले कूद गया था और दूसरा भी कूद रहा था. वो जो पहले कूदा था, वो स्पीकर की तरफ़ बढ़ रहा था. वो हल्ला गुल्ला कर रहा था.”

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें

“उसने जूता उतारना शुरू किया. जूते में कोई चीज़ थी. उसे बेनीवाल जी ने पकड़ लिया, वे पास थे. मुझे लगा कि एक दूसरा भी है वहां पर, उसने बम टाइप का कुछ था जिससे स्मोक निकल रहा था. मेरे हाथ में वही लगा है. मैं उसे पकड़कर बाहर की तरफ़ फेंका. पता नहीं लग रहा था कि वो क्या है. लेकिन सब की सुरक्षा का मामला था. फिर उसे पकड़ लिया गया.”

ये भी पढ़ें- आर्टिकल 370 हटाने का फ़ैसला सही… SC के फ़ैसले से महबूबा निराश, पीएम मोदी बोले- ऐतिहासिक

सीटों के ऊपर से कूद रहा था शख़्स

बहुजन समाज पार्टी के सांसद मलूक नागर ने लोकसभा में दो युवाओं के दर्शक दीर्घा से गैलरी में उतरने की घटना की जानकारी देते हुए बताया, “हमारी शून्यकाल की कार्यवाही चल रही थी. तभी दूसरी तरफ़ से धड़ाम सी आवाज़ आई. हमें लगा कि दर्शक दीर्घा से कोई गिर गया है या किसी ने धकेल दिया. या कोई रपटकर गिर गया. इतने में ही हमने देखा कि ऊपर से कोई और कूदा. जैसे ही दूसरा शख़्स कूदा, वैसे ही लगा कि कुछ गड़बड़ होने वाला है. वो शख़्स किनारे से निकलकर भागने की जगह सीटों के ऊपर कूदता हुआ भागा. तो ऊधर से हनुमान बेनीवाल और इधर से मैं. और दूसरे कई सांसद भी भागे.”

“जैसे ही उसने जूता निकाला. हम थोड़ा झिझके. पर एक दम जोर से पकड़ा. फिर उसे पीटना शुरू किया. ये मकसद था कि उस शख़्स को किसी भी तरह के हथियार निकालने से रोका जाए. फिर सुरक्षाकर्मी आ गए.”

ये भी पढ़ें- Mahua moitra expelled; ब्रिलिएंट, सुशिक्षित, संभावनाशील प्रोफेशनल्स को महुआ का हश्र देखना चाहिए !

संसद के बाहर भी दो पकड़े गए

वहीं भारतीय संसद के बाहर भी धुआं छोड़ने के मामले में एक महिला और पुरुष को पकड़ा गया है. इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. पकड़ी गई महिला अपना नाम नीलम बताती है. मीडिया से बात करते हुए वह, “भारत माता की जय, तानाशाही बंद करो, जय भीम-जय भारत, संविधान बचाओ. महिलाओं पर अत्याचार नहीं चलेगा. जैसे नारे लगाती रहती है.”

सवाल इसलिए भी गंभीर हो जाता है क्योंकि जब संसद का सत्र चल रहा होता है, तो इसमें दिल्ली पुलिस, सेंट्रल रिज़र्व पुलिस बल, आईटीबीपी के जवान, इंटेलीजेंस ब्यूरो, एसपीजी, एनएसजी जैसे कई सुरक्षा के घेरे होते हैं. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बुधवार को हुई इस सुरक्षा चूक को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

ये भी पढ़ें- Mahua Moitra Expelled: सदन से निष्कासन की असली वजह PM Modi का विरोध या ‘पूर्व निराश प्रेमी’ का बदला?

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के सवाल

अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस नेता ने लिखा- संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर आज सदन में हुई सुरक्षा चूक ख़तरनाक है. सवाल उठता है कि
1. दो लोग सदन में धुएं वाले कैन लेकर कैसे घुस जाते हैं?
2. जिस दर्शक दीर्घा में फ़ोन की अनुमति नहीं, वहां कैन कैसे ले गये?
3. इनका प्रवेश पास BJP सांसद प्रताप सिम्हा ने किस आधार पर बनाया और उनकी वजह से सुरक्षा का हनन हुआ, तो वो निष्कासित कब होंगे?
4. सोचिए अगर किसी विपक्षी सांसद के बनाये प्रवेश पास पर यह लोग घुस आते तो अभी तक क्या माहौल होता?
5. सुरक्षा में हुई इस सेंधमारी ने सारी फ़र्ज़ी डींगों की हवा निकाल दी है. जो संसद सुरक्षित रख नहीं पा रहे, वो सरहद पर भी झूठ ही बोलते हैं.
6. प्रधानमंत्री मोदी को सदन की सुरक्षा में हुई इतनी बड़ी सेंध पर बयान देना चाहिए.

और पढ़ें- बैंकों का 10.6 लाख करोड़ का कर्ज़ डूबा? अधिकांश कर्ज़दार बड़े कारोबारी

2001 में हुए हमले के घावों को खोला- चड्ढा

वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद राघव चड्ढा ने सुरक्षा में बड़ी चूक को लेकर कहा कि भारत को अभी भी 2001 में हमारी संसद पर हुआ हमला याद है. आज का सुरक्षा उल्लंघन उस काले दिन की दर्दनाक गूंज है, जो उसकी बरसी पर घावों को फिर से खोल रहा है. यह सिर्फ उल्लंघन नहीं है, यह हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है. उन्होंने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले अपराधियों का शीघ्र पर्दाफाश करने के लिए तत्काल और गहन जांच की आवश्यकता है.

AAP सांसद ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमारी संसद हमारे राष्ट्र के एक पवित्र प्रतीक के रूप में खड़ी है, और अगर हमारे लोकतंत्र का यह मंदिर सुरक्षित नहीं है, तो क्या हो सकता है? हमें अपनी लोकतांत्रिक संस्थाओं की जमकर रक्षा करनी चाहिए.

गृह मंत्री दोनों सदनों में बयान दें- खड़गे

इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में इस मामले को लेकर गृह मंत्री से दोनों सदनों में बयान देने की मांग की है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर सदन की कार्यवाही का वीडियो डालते हुए लिखा- ‘आज संसद में जो security breach हुआ वह एक बहुत गंभीर मामला है. हम मांग करते हैं कि गृह मंत्री जी दोनों सदनों में आ कर इस पर Statement दें. ये प्रश्न है कि इतने बड़े security महकमें में कैसे दो लोग अंदर आ कर Cannister से गैस वहां पर छोड़े हैं? आज ही हमने 22 साल पहले हुए संसद पर हमले को, शहीद दिवस पर, जाबांज़ सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी. हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेगी और हम पूरी घटना की गहन जांच की मांग करते हैं. देश की एकता और अखण्डता के लिए हम हमेशा तैयार हैं.’

और पढ़ें- यूपी किडनेपिंग में नंबर वन! रोजाना 44 अपहरण के मामले दर्ज़: NCRB

टीवी मीडिया वालों की मुर्ग़ा लड़ाई!

वहीं सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें टीवी चैनल वाले पत्रकार मुर्ग़ा लड़ाते नज़र आ रहे हैं. सवाल उठता है कि सदन के अंदर जो कुछ हुआ, उसके बाद बाहर टीवी पत्रकार जिस तरह से बाहर तमाशा कर रहे हैं, क्या यही मीडिया की मर्यादा है. बाहर गिरफ्तार की गई नीलम जो मुद्दे उठा रही है या अंदर जो सुरक्षा चूक हुई, पटाखे के खोल दिखाने को लेकर जिस तरीके से लड़ रहे हैं क्या वह ठीक है? क्या मीडिया से आप ऐसी ही अगंभीर पत्रकारिता की उम्मीद करते हैं. वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें.

Last Updated on December 13, 2023 3:40 pm

Related Posts