कभी जज थे सिद्धू, कंटेस्टेंट थे भगवंत मान… अब भगवंत पंजाब की संभालेंगे कमान

देश में पांच राज्यों में हुए चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. इन पांच राज्यो में हुए चुनावों में बीजेपी ने 4 राज्यों में बाज़ी मारी है वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने जीत का परचम लहराया है. आप को 117 में से 92 सीटे मिली है. भगवंत मान (Bhagwant mann) पंजाब (Punjab) के अगले मुख्यमंत्री होंगे.

भगवंत मां के साथ मंच पर पहुंचे

देश के इतिहास में पहली बार है, जब एक कॉमेडियन किसी राज्य का मुख्यमंत्री बनने जा रहा है. जीत के बाद जब भगवंत मान अपनी मां के साथ मंच पर पहुंचे तो उनवकी मां के आखों में आंसु थे. भगवंत मान, अपनी मां के आंसू पोछते हैं. उनकी मां के यह आंसू गवाह हैं सफलता के पीछे के संघर्ष के.

‘द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ ने घर-घर पहुंचाया

भगवंत मान कॉमिडी शो ‘द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ से वह काफी मशहूर हुए. जब भगवंत मान बतौर कॉमेडियन संघर्ष कर रहे थे तब नवजोत सिंह सिद्धू उनके जज हुआ करते थे. 2005 में दोनों ‘द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ में साथ नजर आए थे.

आज भगवंत मान पंजाब की सियासत के सितारे बनकर उभरे है तो सिद्धू अपनी सीट तक नहीं बचा पाए. वहीं सोशल मीडिया पर भगवंत मान का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो राजनीति का मतलब समझाते दिखाई दे रहे हैं.

भगवंत मान इस शो में बोलते दिख रहे हैं, ‘मैंने एक नेता से पूछा…सर ये राजनीति का क्या होती है. उन्होंने बोला राज कैसे करना है इसकी नीति बनाते रहना है इसका मतलब है राजनीति. मैंने कहा कि राजनीति ये है तो गर्वर्मेंट का क्या मतलब होता है. उन्होंने कहा जो एक मसले पर गौर करके एक मिनट में भूल जाए वो गवर्मेंट होता है.

आसान नहीं रहा सीएम कुर्सी तक का सफर

भगवंत मान के लिए सीएम कुर्सी पर पहुंचने तक का सफर आसान नहीं था. भगवंत मान का विवादों से हमेशा से गहरा नाता रहा है. उन पर शराबी होने का आरोप लगा.

संसद भवन की सुरक्षा की अनदेखी के आरोप में लोकसभा में निलंबन झेलना पड़ा. सीएम चन्नी ने चुनावी रैली के दौरान भी भगवंत मान को नहीं बख्शा. चन्नी ने मंच से ही भगवंत मान को शराबी तक कह डाला.

पंजाब की धूरी विधान सभा से आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे भगवंत मान ने 38000 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है. राजनीति पारी की शुरुआत उन्होंने मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी पंजाब पीपल्स पार्टी से की थी.

वो साल 2012 में लहरा विधान सभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन असफल रहे. इसके बाद मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और भगवंत मान आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया.

साल 2014 में भगवंत मान आम आदमी पार्टी से जुड़े और संगरूर लोकसभा सीट से एप के टिकट पर चुनावी मैदान में अपने नाम का डंका बजवा दिया था. यहां वो 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर संसद भवन पहुंचे थे.

नौकरी या बिजनेस से दूर रहे

भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में हुआ था. उन्होंने संगरूर स्थित एसयूएस कॉलेज से बीकॉम किया है. कॉमर्स के क्षेत्र में ग्रेजुएशन करने के बाद मान नौकरी या बिजनेस से दूर रहे क्योंकि वह कुछ हटकर करना चाहते थे.

भगवंत मान कॉमेडी से लेकर राजनीति तक हर जगह अपन अनाम बना चुके हैं लेकिन आज भी वो अपने घरवालों के लिए जुगनू हैं. भगवंत मान की शादी इंद्रप्रीत कौर से हुई थी. हालांकि 2015 में दोनों अलग हो गए. दोनों के दो बच्चे हैं.

Last Updated on March 11, 2022 9:47 am

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