अयोध्या: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न, पीएम क्या बोले, गेस्ट कौन, दर्शन कब से? सब जानें

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न (फोटो- X@ShriRamTeerth)
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न (फोटो- X@ShriRamTeerth)

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हुई. गर्भगृह में रामलला की 51 इंच की मूर्ति स्थापित की गई है. काले पत्थर से बने इस मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है. मूर्ति बनाने के लिए शालीग्राम पत्थर का इस्तेमाल किया गया है. धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों के अनुसार इस पत्थर को भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए ‘संकल्प’लिया. आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा दोपहर साढ़े बारह बजे की गयी. इस दौरान सेना के हेलीकॉप्टरों ने मंदिर परिसर पर पुष्प वर्षा की.

प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया. इस दौरान वे अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का छत्र भी लेकर आए. गर्भगृह में मोदी ने पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच अनुष्ठान शुरू किया. उन्होंने अनुष्ठान में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए.

इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, चिरंजीवी, आलिया भट्ट-रणबीर कपूर और विक्की कौशल-कैटरीना कैफ सहित भारतीय सिनेमा के कई सितारे भी मौजूद रहे.

‘रामलला अब टैंट में नहीं रहेंगे’
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने सोमवार को मेहमानों को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘हमारे रामलला अब टैंट में नहीं रहेंगे. अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है, जो घटित हुआ है, उसकी अनुभूति देश के विश्व के कोने कोने में रामभक्तों को हो रही होगी. ये क्षण अलौकिक है.’

इस मामले से जुड़ी क़ानूनी लड़ाई का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “भारत के संविधान में, उसकी पहली प्रति में भगवान राम विराजमान हैं. संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्री राम के अस्तित्व को लेकर क़ानूनी लड़ाई चली. मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली.”

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में ‘श्री रामलला’ के नूतन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न होने जा रहा है और संपूर्ण देश आस्था एवं भक्ति के सागर में डूबकर ‘राममय’ हो गया है.

वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के मंदिरों में अयोध्या में राम मंदिर में ‘‘प्राण-प्रतिष्ठा’’ समारोह का सीधा प्रसारण देखा और यहां आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया.

मंदिर में दर्शन कब?
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट के मुताबिक, राम मंदिर को आम लोगों के लिए 23 जनवरी से ही खोल दिया जाएगा. हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इसलिए रामलला के दर्शन के लिए हर श्रद्धालु को 15 से 20 सेकंड का ही समय मिलेगा. मंदिर को दर्शन के लिए सुबह और शाम साढ़े 9 घंटे खोला जाएगा. सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक दर्शन हो सकेंगे.

काशी-प्रयागराज में धार्मिक आयोजन
प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने के साथ ही संगम नगरी प्रयागराज सोमवार को राम रंग से सराबोर हो गई. जहां सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन मंदिर में सुंदरकांड का आयोजन हुआ, वहीं पूरे माघ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं ने प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण देखा.

सनातन एकता मिशन के अध्यक्ष अशोक पाठक ने कहा, ‘भगवान राम के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पूरे प्रयागराज में हर्ष एवं उल्लास का माहौल है. जगह जगह पटाखे फोड़े जा रहे हैं, मिठाइयां बंट रही हैं और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है.’

वहीं काशी के लगभग सभी छोटे बड़े मंदिरों में पूजा पाठ सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया. काशी विश्वनाथ मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी पीयूष तिवारी ने बताया कि अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह से ही वेद शास्त्रियों द्वारा वेद पाठ किया जा रहा था. मंदिर परिसर में दो एलसीडी स्क्रीन लगाई गयी है, जिस पर अयोध्या में जारी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया. साथ ही मंदिर में डमरू और शंख भी बजाए जा रहे हैं.

राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोका गया
असम में श्री श्री शंकर देव सत्र मंदिर में जाने की अनुमति नहीं मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा. दरअसल राहुल गांधी सोमवार को नगांव ज़िले के बटाद्रवा स्थित मंदिर जाने का कार्यक्रम था लेकिन स्थानीय प्रशासन ने उन्हें करीब 17 किलोमीटर पहले ही हैबोरगांव में रोक लिया. मोरीगांव जिला आयुक्त ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत नुक्कड़ सभा और पदयात्रा करने से परहेज करने को कहा था क्योंकि शरारती तत्व जिले में शांति भंग करने की कोशिश कर सकते हैं.

VIDEO: Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले PM मोदी, राम आग नहीं ऊर्जा हैं

अयोध्या में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने की आम आदमी पार्टी (AAP) की योजना के तहत दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को दिल्ली में ‘सुन्दर कांड’ में भाग लिया.

Last Updated on January 22, 2024 4:43 pm

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