पुष्पराज जैन-पीयूष जैन के बीच कंफ्यूजन वाला आरोप सही या ग़लत?

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है. ऐसे में प्रदेश में माहौल चुनावी होना लाजमी है. लेकिन इस चुनावी माहौल के बीच प्रदेश में जारी IT की छापेमारी से राज्य लगातार सुर्खिंयों में बना हुआ है. शुक्रवार को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी और सपा MLC पुष्पराज जैन (Pushraj Jain) उर्फ पम्पी के ठिकानों पर IT ने छापेमारी की. पुष्पराज जैन कन्नौज (Kannauj) के बड़े कारोबारी माने जाते हैं. इनका इत्र, पेट्रोल पंप और कोल्ड स्टोरेज का व्यवसाय है.

यह छापेमारी मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में करीब 50 जगहों पर की गई हैं.  आयकर विभाग की मुंबई यूनिट और लखनऊ यूनिट साथ मिलकर कर रही है. यह वही पुष्पराज जैन हैं, जिन्होंने ‘समाजवादी इत्र’ (Samajwadi ittra) लॉन्च किया था. इस छापेमारी के बाद से उत्तर प्रदेश में सियासी सरगरमी तेज हो गई है.

अखिलेश यादव का बीजेपी पर हमला

आयकर विभाग (Income Tax Department) की छापेमारी के बीच अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कन्नौज में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और यूपी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा पिछले काफी समय से सुन रहा था समाजवादियों पर छापेमारी होने वाली है. कन्नौज की जनता सुगंध पसंद करती है या नहीं? आने वाले समय में कन्नौज की जनता बीजेपी वालों को सबक सिखाने का काम करेगी. कन्नौज की जनता ने जयचंद को पहचाना है और इस बार भी जयचंद को भगाया जाएगा.

बौखला गई है बीजेपी

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ‘पहले पीयूष जैन (Piyush Jain) के यहां छापेमारी हुई. मैं पहले ही कह रहा था कि पीयूष जैन के यहां छापा गलती से पड़ गया. समाजवादी पार्टी पर पीयूष जैन से मिले होने का आरोप लगाया गया, जबकि पीयूष जैन का संबंध सिर्फ और सिर्फ बीजेपी के लोगों से है. पहले बीजेपी ने अपने ही आदमी के घर छापेमारी करवाई और अब उसी खीज को मिटाने के लिए पुष्पराज जैन के घर छापा मरवाया गया है. चुनाव में हार के डर से बीजेपी बौखला गई है, इसलिए यहां वहां छापेमारी करवा रही है. बीजेपी अपने साथ दिल्ली से सरकारी एजेंसियों को ला रही है’.

बंगाल चुनाव का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि ‘बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी ने यही किया था. बीजेपी का छापेमारी वाला आचरण नया नहीं है. यहीं नहीं तमिलनाडु में सीएम के घर पर भी चुनावों से पहले बीजेपी ने छापेमारी करवाई थी. अब तो सरकारी लोग कहते हैं कि हमें मजबूरी में आना पड़ा. साथ ही अखिलेश यादव ने बीजेपी से पीयूष जैन का सीडीआर सार्वजनिक करने की मांग की’.

अब सवाल उठ रहा है कि क्या अखिलेश यादव का आरोप सही था? पीयूष जैन के यहां छापेमारी भ्रम की वजह से पड़ी? दरअसल, पिछले दिनों आईटी विभाग ने कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान कारोबारी के यहां से 194 करोड़ की नकदी और 64 किलो सोना बरामद हुआ था. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी लगातार पीयूष जैन और सपा के बीच संबंध होने की बात कहते रहे.

जबकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने पीयूष जैन को बीजेपी का आदमी बताया था. साथ ही अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने अपने ही आदमी के घर छापेमारी करवा दी. यही नहीं सोशल मीडिया पर भी यह अफवाह उड़ी थी कि बीजेपी ने गलती से पुष्पराज जैन की जगह पीयूष जैन के घर छापेमारी करवा दी.

Last Updated on December 31, 2021 1:27 pm

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