दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा (Yashwant Varma) के घर 50 करोड़ से ज्यादा कैश मिले. इस मामले में कई मोड़ आए. पहले कहा गया कि कैश मिले. फिर दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा, “आग बुझाते वक्त घर से नहीं मिला कैश”. फिर एक ख़बर आई जिसमें कहा गया कि कैश नहीं मिलने की बात फायर विभाग ने नहीं कही है.
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— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) March 22, 2025
अब जस्टिस वर्मा (Yashwant Varma) की सफाई आई है.
जस्टिस वर्मा (Yashwant Varma) ने कहा- 14/15 मार्च की रात बंगले के स्टाफ क्वार्टर के पास स्टोर रूम में आग लगी. कमरा पुराने फर्नीचर, बोतलें, क्रॉकरी, गद्दे, बागवानी उपकरण, सीपीडब्ल्यूडी की सामग्री रखने के लिए इस्तेमाल होता था. कमरा खुला रहता था. इसमें स्टाफ क्वार्टर के पिछले दरवाजे से भी जा सकते थे. यह मेरे मुख्य आवास से अलग था.
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घटना के दिन, पत्नी और मैं भोपाल में थे. मेरी बेटी और वृद्ध मां घर पर थीं. मैं 15 मार्च की शाम पत्नी के साथ दिल्ली लौटा. आग लगने के बाद आधी रात को बेटी और निजी सचिव ने दमकल विभाग को फोन किया.
आग बुझाने के दौरान, सभी स्टाफ और मेरे घर के सदस्यों को सुरक्षा कारणों से घटनास्थल से दूर रहने को कहा गया था. आग बुझाने के बाद वे वहां गए, तो उन्हें वहां कोई नकदी या पैसे नहीं मिले.
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मैंने और न मेरे परिवार के किसी सदस्य ने कभी उस स्टोर रूम में नकदी रखी. यह राशि मेरी नहीं है.
Last Updated on March 23, 2025 4:46 pm