धीरेंद्र शास्त्री सिर्फ हिंदुओं का सोचते हैं?

धीरेंद्र शास्त्री: क्या सचमुच हिंदू हित की लड़ाई, या निजी ब्रांड का विस्तार?

धार्मिक पीड़ा का नैरेटिव उन्हें “आक्रोशित संत” के रूप में स्थापित करता है, जिससे आम हिंदू जनता की सहानुभूति मिलती है. लेकिन जब…