Bhagat Singh का यह खत पढ़ा क्या?

मेरा नास्तिक होना अहंकार का परिणाम नहीं, गहन विचार का नतीजा: Bhagat Singh

मैं अपने देश और मानवता के लिए बलिदान देने जा रहा हूं. मैं यह कार्य किसी स्वर्ग की इच्छा से नहीं कर रहा…
भगत सिंह को फिर से पढ़ने की ज़रूरत क्यों?

“अडानी संसाधन हड़प रहा है, भागवत राम मंदिर को आज़ादी बता रहे हैं; Bhagat Singh को याद करो”

भगत सिंह ने चेतावनी भी दी थी. कहा था कि आज़ादी का मतलब सिर्फ गोरे अंग्रेजों को हटाकर भूरे शासकों को बिठाना नहीं…
Bhagat Singh जैसे क्रांतिकारी भी राजनीति की भेंट चढ़ गए?

Bhagat Singh चौक रखा नाम तो भड़क उठे कट्टरपंथी, पाकिस्तान में इसी जगह पर दी गई थी फांसी

पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस ने सौहार्द कायम करने की ग़रज़ से वो भारत को सौंपे भी लेकिन अब भी Bhagat…