Bhagat Singh का यह खत पढ़ा क्या?

मेरा नास्तिक होना अहंकार का परिणाम नहीं, गहन विचार का नतीजा: Bhagat Singh

मैं अपने देश और मानवता के लिए बलिदान देने जा रहा हूं. मैं यह कार्य किसी स्वर्ग की इच्छा से नहीं कर रहा…