भारतीय छात्रों के लिए Canada जाना हुआ मुश्किल, नए प्रतिबंधों के मायने क्या?

जस्टिन ट्रूडो छात्रों की संख्या कम करने के लिए नए प्रतिबंध लगा रहे हैं. तो क्या यह उन भारतीय छात्रों के लिए बुरी ख़बर है जो कनाडा में नौकरी करना या रहना चाहते हैं?

Canada to impose more restrictions (PC-X@JustinTrudeau)
Canada to impose more restrictions (PC-X@JustinTrudeau)

Canada to impose more restrictions: कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए प्रतिबंधों के एक नए सेट की घोषणा की है. इससे पहले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कार्य परमिट पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “हम इस वर्ष 35% कम अंतर्राष्ट्रीय छात्र परमिट दे रहे हैं. और अगले वर्ष, यह संख्या 10% और कम हो जाएगी. आप्रवासन (Immigration) हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक फायदा है . लेकिन जब बुरे कलाकार सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं और छात्रों का फायदा उठाते हैं, तो हम उन पर कार्रवाई करते हैं.”

उन्होंने आगे लिखा, ‘हम कम वेतन वाले, अस्थायी विदेशी कर्मचारियों (temporary foreign workers) की संख्या कम कर रहे हैं और उनकी कार्य शर्तों की अवधि कम कर रहे हैं. हमने महामारी के बाद कार्यक्रम को समायोजित किया, लेकिन श्रम बाजार बदल गया. हमें कनाडाई श्रमिकों में निवेश करने के लिए व्यवसायों की आवश्यकता है.’

ज़ाहिर है कनाडा भारतीयों के लिए लंबे समय से पढ़ाई और नौकरी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. वीजा नीतियों में बदलाव के कारण भारत समेत दुनिया भर के छात्र पहले से ही कम संख्या में कनाडा जा रहे हैं. वैसे में जस्टिन ट्रूडो छात्रों की संख्या कम करने के लिए नए प्रतिबंध लगा रहे हैं. तो क्या यह उन भारतीय छात्रों के लिए बुरी ख़बर है जो कनाडा में नौकरी करना या रहना चाहते हैं?

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जानकारी के अनुसार, कनाडा ने 2024 में लगभग 4,85,000 छात्र परमिट जारी किए थे. जबकि 2023 में यही संख्या 5,00,000 से अधिक थी. हालांकि, 2025 में यह संख्या और कम होकर 4,37,000 होने की आशंका है. ऐसी जानकारी मिली है कि कई छात्र कनाडा पहुंचने के बाद शरण के ज़रिए नागरिकता (asylum) पाने की कोशिश करते थे.

धोखाधड़ी वाले या अस्वीकृत शरण दावों का पता लगाने के लिए यात्रा वीज़ा जारी करने की प्रक्रिया को अधिक बारीकी से चेक किया गया है.

कनाडा के आव्रजन विभाग की वेबसाइट पर दी गई जानकारी से पता चला है कि कनाडा की जनसंख्या के 6.5 प्रतिशत से अस्थायी निवासियों की संख्या घटाकर 5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव का असर 2025-2027 आव्रजन स्तर योजना में दिखाई देगी.

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कनाडा में अंतरराष्ट्रीय graduates, postgraduates, मास्टर और डॉक्टरेट कार्यक्रम के छात्रों के लिए स्नातकोत्तर कार्य परमिट (पीजीडब्ल्यूपी) तीन साल के लिए वैध हैं. हालांकि, पीजीडब्ल्यूपी के लिए आवेदन करने से पहले, छात्रों को कैनेडियन लैंग्वेज बेंचमार्क (सीएलबी) नामक एक नई भाषा दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है. 1 नवंबर, 2024 से जमा किए गए सभी आवेदनों के लिए university undergraduates के लिए आवश्यक स्कोर 7 और college undergraduates के लिए 5 है.

Last Updated on September 19, 2024 3:14 pm

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