रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा आपसी विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के एक कदम ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है. दरअसल, रूस ने पूर्वी यूक्रेन के दो विद्रोही और अलगाववादी इलाकों डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहंस्क (Luhansk) को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है.
पुतिन ने “डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक” को “स्वतंत्र” के रूप में मान्यता देने के लिए डिक्री पर हस्ताक्षर किए हैं. साथ ही पुतिन ने यूक्रेन की तरफ सैनिकों को भेजने का आदेश दे दिया है.
खबर है कि रूस Donetsk और Luhansk में मिलिट्री बेस भी बनाएगा. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूसी ‘शांति-रक्षक बल’ डोनेत्स्क में आगे की ओर बढ़ रहे हैं.
पश्चिमी देशों ने की कड़ी आलोचना
पुतिन ने TV पर प्रसारित एक कार्यक्रम पर अपने संबोधन में दोनों इलाकों को स्वतंत्रता देश बनाए जाने बात कही. रूस के इस कदम से पश्चिमी देशों और यूक्रेन से तनाव बढ़ने की आशंका गहरा गई है. अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने इसकी कड़ी आलोचना की है. तो वहीं अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस पर कड़े प्रतिबंध की लगाने की बात कही है.
रूस का फैसला अखंडता और संप्रभुता को चुनौती
अमेरिकी राष्ट्रपति (Joe Biden) ने लुगांस्क, डोनेत्स्क के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं. Biden ने इस क्षेत्र में व्यापार और निवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं.
अमेरिका ने कहा है कि “पुतिन का यह कदम साफ करता है कि रूस यूक्रेन पर आगे आक्रमण कर सकता है. रूस का ताजा फैसला अखंडता और संप्रभुता को चुनौती है. साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय कानून का भी उल्लंघन है”.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस द्वारा यूक्रेन के दो विद्रोही इलाकों को स्वतंत्र मान्यता देने के कदम की निंदा की है और यूरोपीय संघ से मास्को पर नए प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति का बयान
मामले में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की ओर से एक बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि “हम शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीके से अपना पक्ष रखते हैं और हम इसी तरह से आगे बढ़ेंगे. हम अपनी जमीन पर हैं, और हम किसी से नहीं डरते. हमने किसी का कुछ भी बकाया नहीं रखा है. हम किसी को कुछ देंगे भी नहीं. हमें इस पर पूरा भरोसा है”. साथ ही ज़ेलेंस्की ने दुनियाभर के देशों से यूक्रेन के साथ खड़े होने की अपील की है.
यूरोपीय संघ लगाएगा रूस पर प्रतिबंध!
यूरोपीय संघ के विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने इस मसले पर कहा, यूरोपीय संघ रूस के अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता और यूक्रेन क्षेत्र पर सैनिकों की और तैनाती की निंदाा करता है.
हम रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाएंगे. वहीं संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों को आजाद के रूप में मान्यता देने का रूस का निर्णय यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन बताया है. संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है.
UN में भारत ने रखा पक्ष
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में हिस्सा लिया. भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की. उन्होंने कहा यूक्रेन और रूस की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है और इससे क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है.
हम यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हो रही गतिविधियों और रूसी संघ द्वारा इस संबंध में की गई घोषणा सहित यूक्रेन संबंधी घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं.
Last Updated on February 22, 2022 9:45 am