अमेरिकी विदेश मंत्रालय (US State Department) ने यूक्रेन स्थित अपने दूतावास में काम कर रहे सभी अमेरिकी कर्मियों के परिवारों को रूसी हमले के बढ़ते खतरों के बीच रविवार को देश छोड़ने का आदेश दिया है. इसी बीच कयास लगाए जा रहे है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
अमेरिका ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब यूक्रेन की सीमा पर रूस की सैन्य मौजूदगी बढ़ने के कारण तनाव काफी बढ़ गया है. तनाव कम करने के लिए शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Foreign Minister Antony Blinken) और रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव (Russian Foreign Minister Sergei Lavrov) ने एक बैठक भी की, लेकिन इस बैठक से कोई नतीजा निकल कर नहीं आया.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कीव स्थित दूतावास फिलहाल खुला रहेगा. हम अपने कर्मचारियों को सुरक्षा कारणों से यूक्रेन से बाहर विकाल रहे है. इसका ये मतलब ना समझा जाए की अमेरिका यूक्रेन के प्रति समर्थन को कम कर रहा है.
हाईअलर्ट पर यूरोप
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से यूरोपीय देश यूक्रेन और रूस के बीच तनाव (Ukraine Russia Conflict) काफी बढ़ गया है. इस तनाव के बीच रूस (Russia) ने यूक्रेन से लगने वाली अपनी सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं. तो सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इन सैनिको के पास एक से एक उन्नत हथियार, जैसे तोप और मिसाइल (Missile) हैं. इस बात से कयास लगाय जा रहे हैं कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. इस तनातनी को लेकर पूरा यूरोप हाई अलर्ट पर है.
तनाव के कारण
यूक्रेन पूर्व सोवियत राष्ट्र (रूस का समर्थक देश) है. लेकिन इन दोनों देशों के बीच साल 2014 से तनाव देखने को मिल रहा है. रूस की ओर झुकाव रखने वाले यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच के ख़िलाफ़ पश्चिम की ओर झुकाव रखने वाली सरकार में विद्रोह के स्वर उठे थे. रूस ने इस मौक़े का फ़ायदा उठाते हुए क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था और विद्रोही गुटों ने पूर्वी यूक्रेन के हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया.
विरोध के कारण यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर को इस्तीफा देना पड़ा था. मगर तबतक रूस क्रीमिया पर कब्जा कर उसका रूस में विलय कर चुका था.
पिछले साल नवंबर में नाटो ने रूस को ‘आक्रामक कार्रवाई’ की चेतावनी दी (Ukraine Conflict). यूक्रेन ने अपने सबसे बड़े पड़ोसी रूस पर आरोप लगाया था कि वह पूर्वी सीमा पर और क्रीमिया में सैनिकों को इकट्ठा कर रहा है. वही क्रीमिया जो 2014 से रूस के कब्जे में है. देश के पूर्वी हिस्से में हिंसा और हमले के बाद रूस समर्थित अलगाववादियों ने यूक्रेन की जमीन पर कब्जा कर लिया था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian president Vladimir Putin) ने पश्चिमी देशों पर ‘यूक्रेन को आधुनिक हथियारों की आपूर्ति’ करने और उत्तेजक सैन्य अभ्यास कराने का आरोप लगाया है.
अमेरिका की पुतिन को चेतावनी
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ( US President Joe Biden) ने पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर कब्जा करता है, तो उसे कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा. लेकिन अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए अपने सैनिकों को भेजने की बात से इनकार कर दिया. इस दौरान पुतिन ने एक बार फिर दोहराया कि नाटो (NATO) पूर्व की तरफ अपना विस्तार ना करे.
Last Updated on January 24, 2022 7:14 am