Afghanistan: गुरुद्वारे को आतंकियों ने बनाया निशाना… दो लोगों की मौत

अफगानिस्तान (afghanistan) की राजधानी काबुल (kabul) में एक सिख गुरुद्वारे के पास एक के बाद एक दो विस्फोट हुए. इस हमले में सुरक्षा गार्ड समेत एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई है. मरने वालों का सही आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है. यह धमाका काबुल के परवान (Karte Parwan Kabul) इलाके में सुबह तड़के हुआ.

हमले में दो लोगों की मौत

खबरों के मुताबिक दो आतंकवादियों ने काबुल स्थित करते परवान गुरुद्वारे में घुसकर पहले वहां मौजूद गार्ड अहमद को गोली मारी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. एक अन्य व्यक्ति जिनका नाम सविंदर सिंह है उनकी भी इस हमले में मौत की पुष्टि की गई है.

साथ ही गुरुद्वारा कमेटी ने बताया कि उनके 2-3 लोगों का अभी भी कोई पता नहीं चल पाया है, जबकि 3-4 लोगों को गुरुद्वारे के अंदर से रेसक्यू करके लाया गया. जिसमें से दो लोगों को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

गुरुग्रंथ साहिब को गुरुद्वारे से सुरक्षित बाहर निकाल

इसी बीच सिख समुदाय के लोगों ने अपनी पवित्र किताब गुरुग्रंथ साहिब को गुरुद्वारे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. जिसे बाद में सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया

वहीं इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि काबुल स्थित एक गुरुद्वारे पर हमले की रिपोर्ट आ रही है. यह चिंता की बात है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इस पूरी स्थिति पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं.

मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इस मामले पर और जानकारी आने का अभी इंतजार किया जा रहा है.

पंजाब के सीएम ने चिंता जाहिर की

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस हमले पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान के राजदूत को समन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि ये हमला निंदनीय है. यह इस तरह की पहली घटना नहीं है. हर 3-4 महीने में अल्पसंख्यकों पर हमले होते हैं.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमले की निंदा की

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीटर पर लिखा… अफगानिस्तान के काबुल स्थित गुरुद्वारा साहिब पर हमले की खबर के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ है. परिसर के अंदर फंसे सभी भक्तों और नागरिकों की सुरक्षा के लिए वाहेगुरु जी से प्रार्थना. विदेश मंत्रालय से आग्रह है कि इस मामले में सभी भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

हमले के पीछे ISIS का हाथ!

इस हमले के पीछे ISIS खुरासान का हाथ बताया जा रहा है. गुरुद्वारे की रक्षा करते हुए 3 तालिबान सैनिकों के घायल होने की भी खबर है. बता दें कि पिछले साल अगस्त में तालिबान ने अफगानिस्तान में अपना कब्जा कर लिया था. तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पूरे अफगानिस्तान में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं.

Last Updated on June 18, 2022 10:37 am

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