ज़ेलेंस्की-ट्रंप के बीच तीखी बहस… कीमती खनिजों पर होना था समझौता, फिर ये क्या हुआ? देखें वीडियो

बात इतनी बढ़ गई कि मुलाक़ात के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया गया और Zelensky को व्हाइट हाउस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

ज़ेलेंस्की-ट्रंप के बीच तीखी बहस क्यों? (PC-Video Grab)
ज़ेलेंस्की-ट्रंप के बीच तीखी बहस क्यों? (PC-Video Grab)

Trump-Zelensky Meeting: यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelensky और अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के बीच तीखी बहस वाली वीडियो तो आपने देखी होगी? नहीं देखी तो नीचे स्क्रोल कर के देख लें. लेकिन पहले ये जान लें कि मामला क्या है? यूक्रेन और अमेरिका के बीच कीमती खनिजों को लेकर समझौता होना था. लेकिन बातचीत “Zelensky शांति नहीं चाहते”, “समझौता नहीं तो अमेरिका जंग से बाहर” जैसे तीखी बहस में बदल गई.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने Zelensky पर अमेरिका और अमेरिकी लोगों का अनादर करने का आरोप लगाया. वहीं Zelensky ने कहा, “हम गारंटी के साथ युद्ध विराम चाहते हैं.” सवाल उठता है कि ऑनस्क्रीन झगड़े की शुरुआत कहां से हुई? वोलोदिमीर Zelensky ने Trump से कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ शांति वार्ता में “कोई समझौता” नहीं होना चाहिए.

बाद में अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि जंग का अंत कूटनीति के साथ हो सकता है. Zelensky ने वेंस से सवाल किया कि आप किस तरह की कूटनीति की बात कर हैं.

इसके जवाब में वेंस ने कहा, “मैं उस कूटनीति के बारे में बात कर रहा हूं जिससे आपके देश में हो रही बर्बादी को रोका जा सकता है.”

वेंस ने यह भी कहा कि मीटिंग के दौरान क्या आपने एक बार भी शुक्रिया कहा? Zelensky ने जवाब दिया कि मैंने कई बार शुक्रिया कहा है. आप बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं.

Trump ने Zelensky से कहा, “अगर युद्ध विराम की संभावना बनती है तो यूक्रेन को तुरंत उसे स्वीकार करना चाहिए ताकि गोली चलना बंद हो पाएं.”

Zelensky ने भी कहा कि वो जंग को रोकना चाहते हैं. लेकिन Trump ने बीच में ही रोका और कहा, “लेकिन आप कह रहे हैं आपको युद्ध विराम नहीं चाहिए.”

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इसके जवाब में Zelensky ने कहा, “हमें युद्ध विराम की डील गारंटी के साथ चाहिए.”

बात इतनी बढ़ गई कि मुलाक़ात के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया गया और Zelensky को व्हाइट हाउस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

यानी ज़ेंलेस्की और Trump की जिस मुलाक़ात पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थीं, वो ज़ुबानी जंग के साथ समाप्त हो गई. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि डील कीजिए या फिर छोड़ दीजिए.

ऑनकैमरा इस विवाद को लेकर बहस छिड़ गई हैं. कई राजनीतिक जानकार सवाल उठा रहे हैं कि इस तरह की गोपनीय बातचीत को इस तरह पत्रकारों के सामने ऑन कैमरा रखना चाहिए था?

कुछ अमेरिकी सांसदों ने Trump और उप राष्ट्रपति जेडी वेन्स को तीखी बातचीत के लिए दोषी ठहराया है. कई यूरोपीय देशों के नेताओं ने भी यूक्रेन का समर्थन किया है.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है, “रूस ने अवैध और अनुचित तरीके से यूक्रेन पर हमला किया है. तीन साल से यूक्रेन साहस और जवाबी कार्रवाई के साथ मुकाबला कर रहा है. उनकी लड़ाई लोकतंत्र, आज़ादी और संप्रभुता के लिए है, यह एक ऐसी लड़ाई है जो सबके लिए मायने रखती है.”

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कनाडा यूक्रेन को आगे भी अपना समर्थन जारी रखेगा. ट्रूडो ने इस बात की पुष्टि की है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के लोगों पर हमला हुआ है. यह हमला रूस ने किया है. उन्होंने कहा,” मुझे लगता है कि हमने तीन साल पहले शुरू रूस के आक्रमण के दौरान यूक्रेन की मदद करके सही किया था और ऐसा करते रहेंगे. हम यानी अमेरिका, यूरोपीय देश, कनाडाई लोग और जापानी, सब यूक्रेन के मददगार हैं.”

Trump और ज़ेंलेस्की के बीच हुई बहस के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, “हमें उन लोगों का सम्मान करना चाहिए जो शुरू से ही लड़ रहे हैं.” उन्होंने अपनी पुर्तगाल यात्रा के दौरान ये बात कही.

Last Updated on March 1, 2025 12:06 pm

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