यूक्रेन में रूस का हमला लगभग 20 दिनों से जारी है. इसी बीच रविवार को एक अमेरिकी पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मारे गए पत्रकार The New York Times में कार्यरत थे और उनकी पहचान Brent Renaud के तौर पर हुई है. New York Times ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी जानकारी देते हुए इस खबर की पुष्टि की है. जाहिर है पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन में रूसी हमला तेज हो गया है.
Response from a New York Times spokesperson in regard to the death of Brent Renaud in Ukraine. pic.twitter.com/K11eW685yr
— NYTimes Communications (@NYTimesPR) March 13, 2022
वहीं पोलैंड बॉर्डर के पास रविवार को हुए रूसी हवाई हमलों में 35 लोग मारे गए हैं. जबकि 57 से ज्यादा जख्मी हुए हैं. रूसी सेनाओं ने यूक्रेन की राजधानी कीव की घेराबंदी भी तेज कर दी है.
इससे पहले शरणार्थियों के काफिले पर रूसी गोलाबारी में एक बच्चे सहित यूक्रेन के सात लोगों की मौत हो गयी. हमले के बाद यह काफिला वापस लौट गया. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने स्वयं ही इस बात की पुष्टि की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये सातों लोग राजधानी कीव के उत्तर पूर्व में 20 किलोमीटर दूर पेरेमोहा गांव से जान बचा कर भागे थे और खुद को सुरक्षित रखने के लिए सैंकडों लोगों के काफिले में शामिल हुए थे. काफिले पर हुई गोलाबारी में लोग घायल भी हुए हैं.
भारत ने यूक्रेन का दूतावास पोलैंड किया शिफ्ट
यूक्रेन में युद्ध के प्रभाव को देखते हुए भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से पड़ोसी देश पोलैंड शिफ्ट कर दिया गया है. भारत सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि यह फैसला देश में “बिगड़ती सुरक्षा स्थिति” को देखते हुए लिया गया है. भारत ने कहा, ‘यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति, देश के पश्चिमी हिस्सों में हमलों को देखते हुए, यह फैसला लिया गया है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास को पोलैंड में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया जाएगा.’
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक उच्च स्तरीय बैठक के तुरंत बाद लिया गया है. यह बैठक भारत की सुरक्षा तैयारियों और यूक्रेन में चल रहे संघर्ष की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी. इसमें पीएम मोदी को यूक्रेन में ताजा घटनाओं के बारे में जानकारी दी गई.
1,500 से ज्यादा नागरिकों की हुई मौत
बता दें, रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोला था. रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस हमले में केवल यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे को टारगेट किया जा रहा है. इसमें नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, ना ही उनका यूक्रेन पर कब्जा करने की कोई योजना है.
हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन का कहना है कि दो सप्ताह से जारी रूसी हमले में अब तक 1,500 से ज्यादा नागरिकों की मौत हो चुकी है. नागरिक यूक्रेन का शहर छोड़कर पलायन कर रहे हैं, उनके पास पीने के लिए पानीं नहीं है और खाना खत्म हो गया है.
Last Updated on March 13, 2022 2:24 pm