प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट शनिवार रात (11 दिसंबर 2011) हैक हो गया था. पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से रात 2 बजकर 11 मिनट पर एक ट्वीट किया गया. इसमें दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है और सरकार भी 500 बिटकॉइन खरीदकर लोगों को बांट रही है. इसके बाद 2 बजकर 14 मिनट पर फिर से इसी तरह का एक और ट्वीट किया गया.
हालांकि दोनों ट्वीट को कुछ देर बाद ही डिलीट कर दिया गया था. लेकिन तब तक स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे. इसके बाद पीएमओ ने 3 बजकर 18 मिनट पर एक ट्वीट कर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से छेड़छाड़ हुई थी, जिसे अब ठीक कर लिया गया है और मामले की जानकारी ट्विटर को दे दी गई है. पीएमओ ने यह भी कहा कि इस दौरान जो भी ट्वीट हुए, उन्हें नजरअंदाज किया जाना चाहिए.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार यह जानने में जुट गई है कि इस हैकिंग के पीछे किसका हाथ था. केंद्र सरकार ने इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम यानी CERT-IN की टीम को इस काम में लगाया है. CERT-IN केंद्र सरकार के एजेंसी है जो मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी के अधीन काम करती है. साइबर खतरों से निपटना इसका काम है. ये एजेंसी भारतीय इंटरनेट डोमेन की सुरक्षा संबंधी काम भी देखती है.
अगर आपका अकाउंट हैक हुआ तो क्या करेंगे?
पीएम मोदी के आने के बाद से देश डिजीटल मोड की तरफ तेजी से अग्रसर हुआ है. आप कहां जाते हैं, कहां रुकते हैं, क्या खाते हैं, क्या पहनते हैं, क्या पसंद करते हैं, किसके लिए ज्यादा शॉपिंग करते हैं और तो और आपके अकाउंट्स में कितने पैसे हैं, डिजिटलाइजेशन की वजह से आपकी सारी जानकारी लीक होने का खतरा हमेशा बना रहता है.
सोचिए आपकी किसी नासमझी की वजह से अगर आपकी जमा-पूंजी कोई और उड़ा ले गया तो आपके पास क्या रास्ता बचता है. जिस देश में पीएम खुद साइबर खतरों से सुरक्षित नहीं हैं वहां आम आदमी का क्या होगा? एक बड़ी आबादी के सिर पर साइबर खतरा मंडरा रहा है. क्या भारत सरकार को इस दिशा में बहुत तेजी से काम करने की आवश्यकता नहीं है?
Deepak Singh Svaroci
Last Updated on December 13, 2021 4:17 pm