विपक्षी पार्टी ने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने सात फरवरी को ABG शिपयार्ड लिमिटेड, इसके पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल और अन्य पर ICICI बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह के साथ 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया.
सरकार की ‘लूटो और भगाओ’ योजना!
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, ललित मोदी, विजय माल्या, जतिन मेहता, चेतन और नितिन संदेसरा और भारतीय बैंकों को धोखा देकर देश छोड़कर भाग चुके कई अन्य का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि मोदी नीत सरकार बैंक धोखाधड़ी करने वालों के लिए ‘लूटो और भगाओ’ योजना चला रही है. सुरजेवाला ने सूची में नए-नए शामिल होने वाले अग्रवाल और अन्य आरोपियों को ‘नव रत्न’ बताया है.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मोदी सरकार में सत्ता के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की मिलीभगत भारत की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी में ABG शिपयार्ड और उसके प्रवर्तकों से जुड़ी हुई है.’
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) द्वारा एक अगस्त 2017 को ABG शिपयार्ड के परिसमापन की प्रक्रिया शुरू की गई थी, कांग्रेस ने 15 फरवरी 2018 को कथित घोटाले के बारे में चेतावनी दी थी और SBI ने कंपनी और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ आठ नवंबर 2019 और फिर 20 अगस्त 2020 को शिकायत दर्ज कराई थी.
कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं की गई
सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में पूछा, ‘मोदी सरकार ने 15 फरवरी 2018 को कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों, ABG शिपयार्ड में घोटाले की चेतावनी पर ध्यान देने से इनकार क्यों किया और 19 जून 2019 को उसके खातों में धोखाधड़ी की बात सामने आने के बावजूद क्यों कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई तथा आपराधिक कार्रवाई क्यों नहीं की गई?’
मोदी सरकार की लूट और फ़्लैगशिप स्कीम के कई मोहरे देश ने देखे, क्या देश ऐसे चलेगा ?#BankLootEscapePlan#लूटो_भगाओ_बैंक_लूटवाओ pic.twitter.com/SNPHlu1dzV
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 13, 2022
सुरजेवाला ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक होने के नाते भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने नवंबर 2018 में CBI को लिखा था, ‘ABG शिपयार्ड द्वारा धोखाधड़ी की गई और प्राथमिकी दर्ज करने और आपराधिक कार्रवाई की मांग की गई थी. इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ और CBI ने फाइल को SBI के पास भेज दिया. जनता के पैसे की ठगी होती रहती है, लेकिन कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं होती है.’
उन्होंने कहा कि 25 अगस्त 2020 को SBI ने CBI में दूसरी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा, ‘कृपया एक प्राथमिकी दर्ज करें क्योंकि यह धोखाधड़ी का मामला है. लेकिन CBI तब भी कार्रवाई नहीं करती है. वह डेढ़ साल तक इंतजार करती है. अंत में, अब पांच साल बाद यह प्राथमिकी दर्ज की गई है.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ये स्पष्ट तथ्य बैंकिंग प्रणाली के घोर कुप्रबंधन को दर्शाते हैं, बैंकिंग प्रणाली को धोखेबाजों के वश में रखते हैं और बैंक धोखेबाजों के लिए ‘लूटो और भगाओ’ योजना की शुरुआत करते हैं.’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मोदी सरकार के पिछले साढ़े सात वर्षों में कुल 5.35 लाख करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं. इस अवधि के दौरान भारत में बैंकों द्वारा 8.17 लाख करोड़ रुपये को बट्टे खाते में डाला गया है.’’
उन्होंने दावा किया कि ABG शिपयार्ड को गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2007 में 1.21 लाख वर्ग मीटर भूमि दी गई थी. सुरजेवाला ने कहा, ‘‘नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने तत्कालीन गुजरात सरकार को 700 रुपये प्रति वर्ग मीटर पर जमीन आवंटित करने के संबंध में ABG शिपयार्ड और ऋषि अग्रवाल को अनुचित लाभ देने का दोषी पाया था, जबकि जमीन की कीमत 100 प्रतिशत अधिक यानी 1,400 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी.’’
Last Updated on February 13, 2022 5:20 pm